नाहन, 25 मार्च : हिमाचल प्रदेश के नाहन विकास खंड में चंडीगढ़-देहरादून नेशनल हाईवे (Chandigarh-Dehradun NH) पर कटासन देवी मंदिर (Katasan Devi Temple) के समीप बड़ाबन (Badaban) में बीती रात हाथियों के झुंड ने फसलों पर कहर बरपाया है।
आपको बता दें कि डेढ़ साल के भीतर हाथियों के हमले में दो व्यक्ति जान गंवा बैठे हैं। इसमें एक महिला भी शामिल थी। लाजमी तौर पर हाथियों की आहट से ग्रामीणों में दहशत फैल जाती है, क्योंकि ये आबादी वाले इलाकों का रुख भी करने लगे हैं।
जानकारी के मुताबिक बीती रात बड़ाबन गांव में हाथियों के झुंड (herd of elephants) ने 7-8 परिवारों की फसलों को नुकसान पहुंचाया। गेहूं की फसल के अलावा पशुओं के चारे को भी नुक्सान पहुंचाया, साथ ही खेतों के स्प्रिंकल्स (Sprinkles) भी तोड़ दिए। बमुश्किल, हाथियों के झुंड को आबादी वाले इलाके से खदेड़ा गया।
दीगर है कि केंद्र सरकार द्वारा प्रोजैक्ट एलीफेंट (Project Elephant) के अंतर्गत पांवटा साहिब वन मंडल को करीब 80 लाख की राशि मुहैया करवाई गई है। इसमें स्थानीय लोगों की सुरक्षा के साथ-साथ फसलों के नुकसान को भी बचाने का मकसद है। ग्रामीणों का कहना है कि वन्यप्राणी विभाग (Wildlife Department) को जल्द से जल्द वाॅच टाॅवर (Watch Tower) भी स्थापित करने चाहिए।
शिक्षा विभाग में प्रधानाचार्य के पद से सेवानिवृत आलोक कटोच ने बताया कि बीती रात हाथियों के झुंड ने खेतों में काफी नुकसान पहुंचाया है। उल्लेखनीय है कि करीब 15 साल पहले एक ही हाथी यमुनापार कर हिमाचल की सीमा में दाखिल हुआ करता था, जो कुछ समय बाद लौट जाता था। लेकिन अब पांवटा साहिब के साथ-साथ नाहन वनमंडल में हाथियों के झुंड की कदमताल दहशत का सबब भी बन चुकी है।