रोनहाट, 16 नवंबर : सिरमौर की सबसे ऊंची चोटी और लाखों श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र चूड़धार मंदिर में सीजन का पहला हिमपात हुआ है। समुद्र तल से 11965 फिट की ऊँचाई पर स्थित बाहरी हिमालय की सबसे ऊंची चोटी और लाखों शिरगुल भक्तों की आस्था का केंद्र चूड़धार मंदिर है। रविवार देर शाम से ही चूड़धार में बर्फ़बारी का दौर जारी है। सोमवार दोपहर तक चूड़धार में एक फ़ीट के करीब हिमपात दर्ज किया गया है।
शारदा मठ आश्रम के ब्रह्मचारी स्वामी कमलानंद महाराज और चूड़धार मंदिर के पुजारी, पंडित दीप राम शर्मा तथा पंडित केवल राम शर्मा ने बताया कि चूड़धार में इस सीजन का ये पहला हिमपात हुआ है।
रविवार देर शाम से लेकर अभी तक लगातार बर्फ़बारी हो रही है। मंदिर में नियमित पूजा अर्चना के लिए शारदा मठ आश्रम से शिरगुल मंदिर के लिए एक कृत्रिम सुरंग का निर्माण किया जा रहा है, ताकि बर्फ़बारी भी आराध्य देव शिरगुल महादेव के दैनिक पूजन में बाधा न बन पाए।
आपको बताते चले की भीषण सर्दियों में चूड़धार मंदिर में 20 से 25 फ़ीट तक हिमपात होता है। कंपकंपाती ठण्ड और माईनस तापमान में भी शारदा मठ के ब्रह्मचारी स्वामी वीरेंदरानन्द महाराज और स्वामी कमलानंद महाराज चूड़धार में रहकर ही भगवान शिरगुल महाराज के मंदिर में दैनिक पूजा अर्चना करते है।