सोलन, 16 नवंबर : भाईदूज का त्यौहार जिला में बडे हर्षोल्लास व धार्मिक भावना के साथ मनाया गया। बहनों ने अपने भाई की कुमकुम, दीपक व फूल इत्यादि से विधि पूर्वक पूजा कर उनकी दीर्घायु एवं खुशहाली की कामना कर अपने भाईयों को उपहार भेंट किए। इस त्यौहार पर घरों में पारंपरिक व्यंजन बनाए गए व भाई-बहनों ने एक साथ भोजन कर इस रिश्ते को यूं ही बनाए रखने की कामना की।
भाईदूज का त्यौहार कार्तिक मास की द्वितीय को मनाया जाता है। भाईदूज को भ्रातृ द्वितीय भी कहा जाता हैं। इस पर्व का प्रमुख लक्ष्य भाई-बहन का पावन संबंध व प्रेमभाव बनाए रखना है। इस दिन बहनें बेरी पूजन भी करती हैं। जिला में इस दिन खूब रौनक दिखी व लोगों ने इस पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया। सभी ने एक दूसरे को मिठाई बांट कर इस प्यार को अजर-अमर बने रहने की कामना की।
इस दिन को यम द्वितीय के नाम से भी जाना जाता है। बहनें इस दिन अपने भाइयों की दीर्घायु व खुशहाली की कामना करती है। वृद्धावन में इस त्यौहार की धूम अलग ही देखने को मिलती है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन यमुना जी में भाई-बहनों के स्नान का विशेष महत्व है। इस दिन भाइयों को अपने बहन के घर जाना चाहिए। यदि भाई व बहन यमुना जी में इस दिन स्नान करते है तो उन्हे यम की त्रासदी नहीं सताती है। यदि ऐसा नहीं कर पाते तो बहन के घर स्नान करने का भी महत्व इस दिन है।
इस पावन मौके पर भाइयों एंव बहनों ने बताया कि उन्हें इस भाई दूज के त्यौहार का बेसब्री से इंतजार रहता है। उन्होंने कहा कि हमने आज इस त्यौहार पर अपने भाइयों को तिलक लगाया और उन्हें अपनी पंसद का उपहार भेंट किया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उनके भाई ने भी उन्हें पैसे देकर उनके उपहार को पंसद किया।