जंजैहली (एमबीएम न्यूज) : उपमंडल के रावमापा में एक गरीब छात्र के साथ हुई बेरहमी से मार पिटाई का मामला पुलिस में पहुंचा है। पीडित बच्चे के पिता नेत्र सिंह के अनुसार कि उनके बेटे के साथ प्रधानाचार्य ने शनिवार को लात मुक्को से पिटाई की । जिससे बच्चे को खून की उलटी हुई। बच्चे ने ये बात अपने परिवारजनों को बताई । पिता ने बताया कि उनका बेटा दसवीं कक्षा में इसी स्कूल में पिछले एक सप्ताह से जा रहा था जिसे प्रधानाचार्य ने अभी तक दाखिल भी नहीं किया है। उन्होने बताया कि उनका बेटा किसी कारण से पिछले एक साल से स्कूल नहीं जा रहा था कि मोटर मैकैनिक का काम सीखने चला गया था। पिता ने अपने बेटे को समझाबुझाकर स्कूल जाने के लिए विवश किया मगर अध्यापकों ने उसके बदले उन्हे ये नतीजा दिया।
क्या कहते है प्रधानाचार्य
इस बारे में प्रधानाचार्य रावमापा जंजैहली धर्मचन्द से बात की तो उन्होने बताया कि उन्हे आज मालूम हुआ है कि उनके खिलाफ पुलिस चौकी में मामला पहुंच गया है जो बिलकुल निराधार है। उन्होने बताया कि वह छात्र उनके स्कूल में कुछ दिनो से आ रहा था जिसका दाखिला उनके कागजात न होने से अभी तक नहीं करवाया था। उन्होने बताया कि वह फैंशन में स्कूल आया था और उसने अपनी कक्षा के एक छात्र को थपड मारा था जिस पर उससे पूछताछ की गई।
सदमें में बच्चे के माता पिता
इस बारे में पीडित छात्र उशेर सिंह के पिता नेत्र सिंह और माता ने जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार शाम जब उनका बेटा खाना नहीं खा रहा था तब उन्होने उसे दूध पिलाया कि बच्चे को तुरन्त खून की उल्टी हो गई जिससे उन्हे शक हुआ कि बच्चे के साथ कोई घटना घटी है जिसे वह बताना नहीं चाहता था। काफी देर के बाद बच्चे ने बताया कि उसे प्रधानाचार्य ने लात मुक्को से बेरहमी से पीटा जिसके जख्म भी सिर व पूरे शरीर में मिले थे। माता पिता ने तुरन्त अपने बच्चे को सीएचसी में पहुंचाया जहां डाॅक्टर के मौजूद न होने पर नर्स ने कुछ दवाईयां लिखी और उन्हें तुरंत किसी डाक्टर से दिखाने बारे सलाह दी। गरीब परिवार होने से उनकी किसी ने मदद नहीं की । जब बच्चे का स्वास्थ्य ज्यादा खराब हुआ तो वह प्रधानाचार्य से बात करने गए पर और उन्होंने प्रधानाचार्य के खिलाफ पुलिस चौकी में एक लिखित शिकायत पत्र दे दिया।
पुलिस ने दर्ज नहीं किया मामला
बच्चे के माता पिता इस मामले को लेकर जब 22 मई को पुलिस चौकी गए पुलिस हैडकांस्टेबल बीरबल ने उन्हे मिस्गाईड करके घर वापिस भेजा था जिससे मामला दर्ज नहीं हो पाया और बच्चे का स्वास्थ्य बिगड़ता गया और उसने स्कूल जाना छोड दिया। 23 मई को पिता स्कूल दोबारा गए मगर प्रिंसिपल साहब नहीं मिले। अंत में मामला उपनिदेशक मंडी अशोक शर्मा के पास व्हाट्स अप पर पहुंच गया। बच्चे ने अपनी आपबीती उपनिदेशक को फोन पर बताई। उपनिदेशक ने उन्हें प्रधानाचार्य के खिलाफ कडी कार्यवाही अमल में लाने का आश्वासन दिया है। इस मामले पर शिकायत पत्र को डीएसपी मंडी को भी व्हाट्स अप्प पर भेजा गया।
24 मई को पीडित बच्चे के पिता को पुलिस चौकी से फोन आया और चौकी बुलाया गया तथा उनसे शिकायत पत्र भी लिया गया।
क्या कहते है मामला जांच अधिकारी
इस मामले बारे जब मामला जांच अधिकारी एवं हैडकांस्टेबल बीरबल से बात की तो उन्होने बताया कि ये मामला उनके पास 22 मई को भी आया था मगर बच्चे के पिता ने मामला दर्ज नहीं करवाया।