शिमला (एमबीएम न्यूज) : राजधानी के बहुचर्चित युग अपहरण व हत्याकांड में डीएनए रिपोर्ट ने तस्दीक कर दी है, टैंक में मिला कंकाल युग का ही था। सैंपल मैच हो गए हैं। हालांकि सीआईडी पूरी तरह से डीएनए रिपोर्ट को लेकर कोई पुष्टि नहीं कर रही है, लेकिन पुख्ता सूत्रों के मुताबिक डीएनए रिपोर्ट में कंकाल को लेकर स्थिति स्पष्ट हो गई है। अब जल्द ही सीआईडी इस मामले में कोर्ट में चालान दाखिल कर सकती है।
मासूम युग के अपहरण के बाद हत्या के मामले ने सनसनी पैदा कर दी थी। जून 2014 में लापता मासूम युग के कारोबारी पिता से भारी भरकम फिरौती मांगी गई थी। कोर्ट में पेशी के दौरान युग गुप्ता के हत्यारों पर भीड़ ने हमला कर दिया था। शहर के बढ़ते गुस्से को लेकर बाद में आरोपियों की पेशी वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए की गई थी।
सीआईडी को 60 सैकेंड का वीडियो क्लिप भी मिला था, जिसमें युग रोता हुआ नजर आ रहा था। आरोपियों के मोबाइल से ही सीआईडी ने फोटो व वीडियो बरामद किया था। हालांकि टैंक में मिले कंकाल के आधार पर प्रथम दृष्टया में यह अंदाजा लगा लिया गया था कि छोटे बच्चे के अवशेष हैं, लेकिन इसके लिए वैज्ञानिक तस्दीक बेहद अहम थी। डीएनए मैच न होने की सूरत में जांच पर काफी किरकिरी हो सकती थी, लिहाजा सीआईडी ने भी डीएनए मैच होने से काफी राहत की सांस ली है।
उधर इस मामले के जांच अधिकारी व डीएसपी बीएस ब्राक्टा ने केवल इतना कहा कि डीएनए की रिपोर्ट उनके पास नहीं पहुंची है। उन्होंने इतना माना कि जल्द ही कोर्ट में चालान पेश कर दिया जाएगा।