शिमला : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने हिमाचल कांग्रेस के फ्रंटल संगठनों और विभागों को निर्देश दिए हैं कि वह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की पूर्व अनुमति के बगैर किसी भी पद पर किसी भी प्रकार की कोई भी नियुक्ति न करें। किसी भी नियुक्ति का कोई भी प्रस्ताव अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की संस्तुति से ही अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को प्रेषित करना होगा।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने देश के सभी पार्टी के अध्यक्षों फ्रंटल और विभागों के प्रमुखों को लिखे पत्र में स्पष्ट किया है कि कोई भी फ्रंटल संगठन या विभाग किसी की नियुक्ति प्रस्ताव या नियुक्ति अनुमोदन जो राष्ट्रीय अध्यक्ष को स्वीकृति हेतु प्रेषित किया जाता है। वह अब प्रदेश अध्यक्ष के माध्यम से ही प्रेषित किया जाना अनिवार्य होगा।
प्रदेश कांग्रेस महासचिव रजनीश किमटा ने बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देश मे पार्टी में अनुशासन पर जोर देते हुए देश के सभी प्रदेशाध्यक्षों को मजबूत करने की दिशा में उठाया गया यह एक प्रभावी कदम है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस हाई कमान के नोटिस में आया है कि आमतौर पर फ्रंटल संगठन या इसके विभाग अपने स्तर पर पदाधिकारियों की नियुक्तियां कर देते थे। इसकी सूचना कांग्रेस कार्यालय को प्रेषित करते है जो नियम के विपरीत है। ऐसे में अब पार्टी हाईकमान के आदेश के बाद पार्टी के किसी भी फ्रंटल संगठन या विभाग में कोई भी नियुक्ति बगैर प्रदेश अध्यक्ष की संस्तुति के बाद ही अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी करेगी।