सतीश शर्मा / नाहन: ऐतिहासिक शहर नाहन में आज शाही महल के कपाट श्रद्धालुओं को नगर देवता खेडे महाराज के दर्शनों के लिए खोले गए। हर साल खेडा समिति द्वारा बडा चौक में आयोजित किए जाने वाले भंडारे के अवसर पर शाही महल के कपाट इसलिए खोले जाते है क्योंकि महल के भीतर ही नगर देवता का प्राचीन मूल मन्दिर स्थित है। चूकिं नियमित तौर पर शाही महल के कपाट नहीं खुलते है इसलिए आज खेडे महाराज के दर्शनों के लिए प्राचीन मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड सुबह से ही जुटनी शुरू हो गई थी। नगर देवता के प्राचीन मंदिर के साथ ही मां बाला सुन्दरी का प्राचीन मंदिर भी शाही महल के भीतर है लिहाजा इस स्थान की आस्था और बढ जाती है। श्रद्धालुओं ने बताया कि खेडा महाराज का यह मंदिर उनकी आस्था का प्रतीक बने हुए है। पिछले करीब 5 वर्षो से लगातार महल के द्वार खेडा महाराज के दर्शनों के लिए खोले जाते है जिसे लेकर लोग बहुत खुश है। सिरमौर के अंतिम शासक राजेन्द्र प्रकाश के दतक पुत्र महाराज उदय प्रकाश ने बताया कि शाही महल में खेडे महाराज व मां बाला सुन्दरी का मंदिर उतना ही प्राचीन है जितना नाहन शहर का इतिहास है। उल्लेखनीय है कि नाहन शहर 390 साल पहले स्थापित हुआ था। नाहन शहर के विकास व उन्नति को लेकर कुछ साल पहले व्यापारियों के एक वर्ग ने खेडा समिति का गठन किया था जो हर साल एक धार्मिक अनुष्ठान के रूप में नगर देवता की पूजा-अर्चना के माध्यम से शहर के विकास की प्रार्थना करती है। आज समूचा नाहन शहर नगर देवता के भक्तिरस मंे डूबा रहा।
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