नाहन (एमबीएम न्यूज़) : सिरमौर जिला को आगामी 20 अक्तूबर तक खुले में शौचमुक्त कर दिया जाएगा तथा जिन परिवारों ने बार-बार आग्रह करने पर भी अपने घरों में शौचालय निर्मित नहीं किए गए है ऐसे परिवारों के बिजली, पानी और उचित मूल्यों की दुकानों से मिलने वाली आवश्यक वस्तुऐं बन्द कर दी जाएगी।
यह जानकारी उपायुक्त सिरमौर, बीसी बडालिया ने आज यहां जिला को 20 अक्तूबर तक खुले में शौचमुक्त करने के लिए रणनीति तैयार करने बारे आयोजित अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने बताया कि जिला के तीन विकास खण्ड पच्छाद, राजगढ़ और नाहन को 2 अक्तूबर तक खुले में शौचमुक्त कर दिया जाएगा, जबकि अन्य तीन विकास खण्ड पांवटा, संगड़ाह और शिलाई को आगामी 20 अक्तूबर तक खुले में शौचमुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है ।
उन्होंने कहा कि जिला को ओडीएफ करने के लिए 28 सितंबर को पांवटा से अभियान आरंभ किया जाएगा और इसी दिन जिला के सभी उप-मण्डल मुख्यालयों में भी इस अभियान को आरंभ कर दिया जाएगा। उन्होने श्रम तथा उद्योग विभाग को निर्देश दिए कि औद्योगिक क्षेत्र पांवटा व कालाअंब के अतिरिक्त जहां पर अप्रवासी मजदूर कार्य कर रहे है, ऐसे क्षेत्रों में संबधित ठेकेदार मजदूरों के लिए शौचालय बनाना सुनिश्चित करेगें ।
उन्होंने कहा कि जिला के धार्मिक स्थलों पर सफाई का विशेष रखा जाए तथा ऐसे स्थानों पर कूड़ा-कचरा के लिए कूड़ादान रखे जाए तथा उनके वैज्ञानिक ढंग से प्रबंधन के लिए भी उचित प्रबंध किए जाऐं। उन्होंनेपुलिस विभाग को निर्देश दिए कि सार्वजनिक स्थल पर जान बूझकर कूड़ा-कचरा डालने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाई करके चालान किए जाऐं, ताकि जिला के सभी सार्वजनिक स्थल स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बन सके।
उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने अपने कार्यालयों में सफाई का विषेष ध्यान रखा जाए और जिन कर्मचारियों के पास शौचालय नहीं है, ऐसे कर्मचारियों को शौचालय बनाने के लिए प्रेरित किया जाए । उन्होने कहा कि सरकार द्वारा बीपीएल परिवारों को शौचालय निर्मित करने के लिए 12 हजार रूपये की राशि प्रदान की जाती है।
उपायुक्त ने कहा कि ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग के अधिकारी घर-घर जाकर सर्वे करना सुनिश्चित करें और जिन लोगों के पास अभी तक शौचालय नहीं है, ऐसे परिवारों निर्मित करने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने नगर परिषद और आईपीएच विभाग को निर्देश दिए कि पेयजल पाईपों को सीवरेज लाइनों से अलग रखा जाए ताकि पीने का पानी प्रदूषित न हो ।
उपायुक्त ने जानकारी दी कि आगामी पहली अक्तूबर से स्वच्छता पखवाड़ा पूरे जिला में मनाया जाएगा जोकि 15 अक्तूबर तक चलेगा। इसमें लोगों को आसपास की सफाई रखने के अतिरिक्त पेयजल भंडारण की सफाई भी की जाएगी। उन्होने आईपीएच विभाग को निर्देश दिए कि जिला के सभी जलस्त्रोतों की सफाई व क्लोरिनेशन किया जाए, जिसमें लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए, ताकि लोग स्वयं समय समय पर व्यक्तिगत पानी की टंकियों की सफाई इत्यादि कर सके।
उन्होंने आईपीएच विभाग को यह भी निर्देश दिए कि जिला के सभी जलस़्त्रोतो के नमूने लेकर प्रयोगशाला में परीक्षण करवाया जाए और जिन जलस्त्रोतों का पानी उपयोग करने योग्य नहीं है उनके उपचार के लिए प्रभावी कदम उठाए जाऐं, ताकि लोग जलजनित बिमारियों का शिकार न बन सके ।
बैठक में पुलिस अधीक्षक सौम्या सांबशिवन, अतिरिक्त उपायुक्त हरबंस ब्रेस्कॉन, जिला में कार्यरत सभी एसडीएम और खण्ड विकास अधिकारी, के अलावा सभी विभागाध्यक्ष्यों ने भाग लिया। उप-निदेशक डीआरडीए विवेक शर्मा ने जिला को खुले में शौचमुक्त करने के बारे सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों को क्रमवार प्रस्तुत किया। जबकि स्वच्छता अभियान के प्रभारी प्रताप चौहान ने धन्यावाद किया।