शिमला, 12 मार्च : राज्य के सरकारी स्कूल व कॉलेजों में तैनात 350 के करीब विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति पर संकट के बादल मंडरा गए हैं। इसका कारण छात्र खुद है। इन छात्रों ने छात्रवृत्ति पोर्टल पर पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए जो आवेदन किया है वह आधा-अधूरा है। शैक्षणिक सत्र 2023-24 में इन छात्रों ने आवेदन किया था, जिसमें काफी खामियां है।
वेरिफिकेशन में सामने आया है कि कुछ छात्रों ने आवेदन में जो पिता का नाम लिखा है वह दस्तावेजों में गलत है। कुछ ने आय का सर्टिफिकेट जमा नहीं किया है। जबकि कुछ मामलों में पढ़ाई में जो गैप है, उसका शपथ पत्र संलग्न नहीं करवाया गया है। जबकि कुछ में मार्कशीट, जाति प्रमाण पत्र से लेकर कई अन्य तरह की औपचारिकताओं को पूरा नहीं किया गया है।
निदेशक उच्चतर शिक्षा विभाग डॉ. अमरजीत शर्मा ने बताया कि सभी संस्थानों को इस संबंध में पत्र भी भेजा गया है। जिसमें कहा गया है कि वे छात्रों से दोबारा आवेदन करवाए व उसकी प्रॉपर तरीके से वेरिफिकेशन करवाई जाए। उसके बाद इस मामलें में आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।