शिमला, 09 मई : प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अब अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई आसान होगी। विद्यार्थियों को रोचक तरीके से पढ़ाई करवाने के लिए छह एससीइआरटी सोलन में प्राइमरी शिक्षकों को दो दिनों की ट्रैनिंग दी जाएगी। इस बारे में उच्च शिक्षा निदेशक डॉ अमरजीत शर्मा की ओर से सभी जिलों के डिप्टी डायरेक्टर को निर्देश जारी किए गए हैं। इसके साथ ही पूरे प्रदेश के 20422 शिक्षकों को इस ट्रेनिंग में भाग लेना होगा। दो चरणों में ये ट्रेनिंग दी जाएगी।
प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को स्कूल स्तर पर विद्यार्थियों को अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई में आने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी दी जाएगी, ताकि विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों को भी बच्चों को पढ़ाने में कोई परेशानी न हो। प्रशिक्षण में एक शिक्षा खंड से एक अंग्रेेजी, एक गणित टीजीटी और एक जेबीटी शिक्षक को चुना गया है। शैक्षणिक सत्र 2024-25 में प्रदेश सरकार की ओर से सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कराने के निर्देश जारी किए हैं, ताकि विद्यार्थियों को पढ़ाई में निपुण बनाया जा सके।
ऐसे में स्कूल स्तर पर अंग्रेजी माध्यम का सही तरीके से संचालन करने और विद्यार्थियों को गतिविधियों के माध्यम से पाठ्यक्रम पढ़ाने, खेल-खेल में सभी प्रकार की जानकारी देने के बारे में शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे सभी स्कूलों में एक सामान विद्यार्थियों को पढ़ाई करवाई जा सकेगी। कार्यशाला में शिक्षकों को स्कूल स्तर पर अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कराने के बारे में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाया जाना है।
हिमाचल में 10,300 हैं प्राइमरी स्कूल
हिमाचल प्रदेश के 10,300 प्राइमरी स्कूलों में यह नियम शैक्षणिक सत्र 2024-25 से लागू हो जाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंंदर सिंह सुक्खू ने स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई करवाने की घोषणा की थी। अभी पहली कक्षा में सिर्फ हिंदी, अंग्रेजी और गणित की तीन किताबें हैं। अंग्रेजी की हालांकि दो किताबें हैं। कुछ छात्र हिंदी मीडियम में पढ़ना चाहते हैं। ऐसे में विभाग जबरन उन पर इंग्लिश मीडियम में पढ़ाई का बोझ नहीं थोपेगा।