मंडी, 05 मार्च : महिला एवं बाल विकास विभाग ने चीनी को रिप्लेस करते हुए उसके स्थान पर शक्कर के इस्तेमाल को शुरू कर दिया है। मंडी जिला में 186.50 क्विंटल शक्कर की खेप विभाग को प्राप्त हु ई थी, जिसे 3004 आंगनबाड़ी केंद्रों को भेज दिया गया है।
आंगनबाड़ी केंद्रों में जो भी मीठा पकवान बन रहा है, उसमें चीनी के स्थान पर शक्कर का इस्तेमाल किया जा रहा है। यही नहीं, 6 माह से 6 वर्ष की आयु वाले बच्चों और गर्भवती व प्रसूता महिलाओं को घर पर दिए जाने वाले राशन में भी चीनी के स्थान पर शक्कर दी जा रही है।
बता दें कि शक्कर में विटामिन बी-12, बी-6, कैल्शियम और आयरन सहित कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जोकि चीनी में नहीं मिलते। चीनी में अत्याधिक मात्रा में कैलोरी होती है, जो सिर्फ मिठास देने का ही काम करती है, जबकि उसके सेवन से किसी भी तरह के पोषक तत्व नहीं मिलते। यही कारण है कि विभाग ने चीनी के स्थान पर पोषक तत्वों से भरपूर शक्कर को खिलाने का निर्णय लिया है।
महिला एवं बाल विकास विभाग मंडी के जिला कार्यक्रम अधिकारी अजय बदरेल ने बताया कि इस समय 3004 आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से 53378 लाभार्थियों को चीनी के स्थान पर शक्कर खिलाई और बांटी जा रही है। अभी 186.50 क्विंटल शक्कर की खेप जिला को प्राप्त हुई है, जबकि भविष्य में जरूरत के हिसाब से बाकी सप्लाई सभी स्थानों पर भेज दी जाएगी।