धर्मशाला, 18 अक्तूबर : धर्मशाला के प्रयास भवन में आधुनिक नशा मुक्ति केंद्र खोलने के लिए स्वीकृति मिली है। इसमें इंडोर व आउटडोर दोनों ही तरह की सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। यह जानकारी उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने देते हुए बताया कि जिला के 14 स्वास्थ्य संस्थानों में भी नशा मुक्ति क्लीनिक आरंभ करने के लिए प्रक्रिया आरंभ की जा रही है। ताकि लोगों को नशे से बचाया जा सके।
उन्होंने बताया कि जिले में चल रहे नशा निवारण और पुनर्वास केंद्रों को भी सुदृढ़ किया जा रहा है। प्रत्येक शुक्रवार व शनिवार को सांय 2 बजे से 4 बजे तक कांगड़ा जोनल अस्पताल धर्मशाला के साथ सिविल अस्पताल ज्वालामुखी, कांगड़ा, शाहपुर, नूरपुर, इंदौरा और पालमपुर में नशा मुक्ति क्लिनिक में विशेषज्ञ चिकित्सक नशे की चपेट में आए रोगियों का चेकअप कर रहे हैं। इसके साथ ही आवश्यक दवाइयां भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
नशे की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों को चिह्न्ति किया जा रहा है। इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। चिह्न्ति क्षेत्रों में नशा निवारण के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही पुलिस की ओर से निगरानी भी बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से दूर रखने के लिए जिला प्रशासन की ओर से संवाद कार्यक्रम भी आरंभ किया गया है, जिसके तहत चयनित 152 स्कूलों में विभिन्न समूहों द्वारा 236 के करीब कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं।
युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए सरकार के साथ-साथ आम जनमानस का सहयोग भी जरूरी है। क्योंकि विद्यार्थियों को सही मार्गदर्शन मिलेगा तो वे बेहतर भविष्य की ओर से बढ़ सकते हैं। समाज निर्माण में अहम भूमिका निभा सकते हैं। उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई में व्यवधान नहीं पड़े इस के लिए माह में तीसरे व चौथे शनिवार को संवाद के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।