जलभराव, भूस्खलन व फलों के पेड़ गिरने से किसानों और बागवानों की बढ़ी समस्याएं
सुंदरनगर, 21 जुलाई : हिमाचल प्रदेश में प्रलयंकारी बारिश और बाढ़ से हुई तबाही ने किसानों और बागवानों की कमर तोड़ कर रख दी है। मंडी जिला में बारिश से लगभग 40 करोड़ रूपयों का नुकसान हुआ है। अधिक नुकसान कृषि के क्षेत्र में हुआ है। कृषि क्षेत्र में 25 बागवानी में 15 करोड़ रूपयों का नुकसान आंका गया है।
कृषि विज्ञान केंद्र मंडी के प्रभारी एवं सीनियर साइंटिस्ट डॉ. पंकज सूद ने कहा कि प्रदेश में हुई बारिश से खेतों में जलभराव, भूस्खलन और पेड़ गिरने के कारण बागवानों की समस्याएं बढ़ गई हैं। इससे फल देने वाले पेड़ नष्ट हो गए हैं। सूद ने कहा कि इसके अलावा कुछ क्षेत्रों में भयंकर बीमारियां आने के कारण बड़े स्तर पर पैदावार प्रभावित हुई है।
बारिश से नुकसान को लेकर केंद्र सरकार की केंद्रीय टीम ने क्षेत्र का दौरा कर नुकसान का आकलन किया है। इस टीम ने क्षेत्र में कृषि और बागवानी क्षेत्र में हुए नुकसान की वास्तविक स्थिति का भी जायजा लिया है। इसमें टीम के साथ कृषि और बागवानी विभाग के अधिकारी भी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि टीम द्वारा बारिश से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के उपरांत नुकसान का असल आंकड़ा सामना आएगा