मंडी, 26 जून : 20 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे बहाल हो ही गया। हाईवे बंद होने के कारण लगे कई किलोमीटर लंबे जाम में फंसे हजारों पर्यटकों ने हाईवे के बहाल होने पर राहत की सांस ली। ट्रैफिक धीमी रफ़्तार से आगे बढ़ने लगा है।
बता दें कि बीती रात करीब 9 बजे चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे सात, छह और चार मील के पास भारी भूस्खलन के कारण बंद हो गया था। सोमवार सुबह से ही हाईवे को बहाल करने की कोशिशे की जा रही थी, लेकिन मौसम का साथ नहीं मिल रहा था। लेकिन फोरलेन निर्माण में लगी केएमसी कंपनी ने हार नहीं मानी और अपनी मशीनरी के साथ पूरी ताकत झोंक दी। सोमवार शाम करीब साढ़े 4 बजे हाईवे को यातायात के लिए बहाल कर दिया गया।
एसएचओ मंडी सदर स्किनी कपूर ने बताया कि अभी यह हाईवे एकतरफा यातायात के लिए बहाल किया गया है। सबसे पहले पुलिस यही प्रयास कर रही है कि जो भी वाहन जाम में फंसे हैं, उन्हें तुरंत प्रभाव से निकाला जाए। अभी इन वाहनों को निकालने का सिलसिला शुरू किया गया है। पुलिस के कर्मी मौके पर मौजूद हैं जो ट्रैफिक व्यवस्था को बनाए रखने में अपना योगदान दे रहे हैं।
एएसपी सागर चंद्र ने बताया कि जो जाम लगा है उसे ही बहाल करने में रात के 9 या 10 बज जाएंगे। उसके बाद ही यह जाम क्लियर हो पाएगा। उन्होंने बताया कि यह बहुत बड़ा लैंडस्लाइड था जिसे जल्दी खोल पाना संभव नहीं था। प्रशासन, पुलिस, एनएचएआई और केएमसी कंपनी के संयुक्त प्रयासों से यह संभव हो पाया है। उन्होंने बताया कि अभी हाईवे को दो तरफा बहाल करने में कम से कम दो दिनों का समय लग सकता है।
फोरलेन निर्माण में लगी कंपनी ने मलबे को हटाने में एड़ी चोटी का जोर लगा दिया। कभी मौसम साथ नहीं दे रहा था तो कभी प्रकृति फिर से कहर बरपा रही थी। लेकिन केएमसी कंपनी ने हार नहीं मानी और अपनी मशीनरी के साथ मलबे से निपटने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। यहां तक की बड़ी बड़ी चट्टानों को तोड़ने के लिए ब्लास्टिंग तक की गई। केएमसी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राज शेखर ने बताया कि सभी के सहयोग से मलबे को हटाकर हाईवे को एकतरफा यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है जल्द ही दोतरफा भी बहाल कर दिया जाएगा।