नाहन, 7 नवंबर : पालमपुर के बेटे व नाहन के नाती शिवम कटोच ने फिल्म जगत के पार्श्व गायन में शानदार पदापर्ण (debut) किया है। वो इस बात से बेपरवाह है कि परिणाम क्या होंगे, लेकिन एक ऐसी हसरत (desire) पूरी कर ली है, जिसका वो सपना देखा करता था। दरअसल, जब “बेखुदी” मूवी के परिचय स्क्रीन पर डिस्प्ले होता है तो सोनू निगम या जुबिन नौटियाल जैसे गायकों का नाम आता है तो इसमें एक गीत में शिवम कटोच भी जुड़ता है।
वो कहते हैं, जीवन में पसंदीदा गायकों के साथ खुद का नाम देखकर बेहद उत्साहित (Excited) हैं। ये सपना साकार होने से कम नहीं है। 29 अक्तूबर को रिलीज हुई बेखुदी के एक युगल गीत (duet song) में शिवम ने ‘‘कुछ पल साथ’’ गाने में सुर दिए हैं, जिसे अध्ययन सुमन पर फिल्माया गया है। इस फिल्म के बाकी गीतों को सोनू निगम व जुबिन नौटियाल ने गाया है। हालांकि सिंगिंग के क्षेत्र में शिवम लंबे अरसे से सक्रिय रहे, लेकिन अल्टीमेट गोल (Ultimate Goal) फिल्म जगत में पार्श्व गायक (playback singer) बनना है।
एमबीए की पढ़ाई करने के बाद शिवम को स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के पेमेंटस सेक्शन में जाॅब भी मिल गई थी साढ़े तीन साल तक नौकरी भी की, लेकिन अहसास हो रहा था कि मां सरस्वती ने कुछ हटकर करने के लिए सुर की सौगात दी है, इसे महसूस करना चाहिए। बीच-बीच में शिवम को यह भी अहसास होता था कि संगीत प्रेम अनुवांशिक तौर पर (genetically) भी मिला है, क्योंकि मां प्रीतू कटोच अपने वक्त की न केवल म्यूजिक में पोस्ट ग्रेजुएट (Post Graduate in Music) थी, बल्कि एकल गायन में प्रतिभा की धनी रही हैं। वहीं पिता प्रदीप कटोच भारतीय सेना (Indian Army) में कर्नल के पद से सेवानिवृत (Retired) हुए हैं।
परिवार इस समय हरियाणा के अंबाला में सैटल है, लेकिन जल्द ही डेराबस्सी शिफ्ट करने की योजना भी है। शिवम का ये भी कहना है कि उनकी मदर ने नाहन के संगीत गुरु दिवंगत डीएन शर्मा से दीक्षा हासिल की है।
डब्बा बंद फिल्म बनी प्रेरणा…
दरअसल, 2015 में दुबई के एक नामी उद्योगपति (Industrialist) शिराज गिडवानी ने यू टयूब पर शिवम का एक गाना सुना। इसके बाद शिवम से संपर्क किया। तुरंत ही अपने एक नए प्रोजैक्ट के लिए हैदराबाद बुलाया। उस समय शिवम की उम्र 25 साल थी। चूंकि हैदराबाद जाने के लिए तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई थी, लिहाजा वो भी बगैर विलंब किए हैदराबाद पहुंच गए। यहां एक गीत ‘‘गुलाबी आंखें’’ भी गाया, मगर ये फिल्म कभी रिलीज ही नहीं हो पाई। कुछ निराशा तो हुई, लेकिन तब शिवम ने ये तय कर लिया था कि पार्श्व गायक ही बनेंगे। लिहाजा, अपना सफर शुरू कर दिया। इसके बाद नौकरी छोड़ी, साथ ही घर छोड़कर मुंबई पहुंच गए। हालांकि, लाइव स्टेज शो कर शिवम आमदनी भी जुटा लेते हैं, लेकिन बेखुदी मूवी में बे्रक मिला तो सफलता का वो पहला पायदान चढ़ा, जो सपने में देखा करते थे।
बातचीत में बोले…
30 साल के शिवम का विजन बिलकुल साफ है। एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में कहा, म्यूजिक के क्षेत्र में भी अलग-अलग दिशाएं हैं, लेकिन वो अपना लक्ष्य बिलकुल साफ रखना चाहते हैं। मकसद, केवल पार्श्व गायक बनना ही है। अब तक देश के कई राज्यों में लाइव शो कर चुके हैं। बता दें कि शिवम ने अपनी यात्रा चंडीगढ़ के एक राॅक बैंड से शुरू की थी। वो, इस समय लाइव म्यूजिक की हाॅट सेनसेशन भी है। शिवम ने बताया कि नौकरी के दौरान जो सेविंग की थी, उसे लेकर ही मुंबई के लिए निकले थे। कोई गाॅड फादर नहीं है।
दीगर है कि शिवम शास्त्रीय संगीत में भी महारत रखते हैं। एक बार ‘सुर से शाइन तक’ शो का विजेता बनने का गौरव भी हासिल है। हाल ही में शिवम का वैब शो में भी एक गीत ‘हरजाना’ रिलीज हुआ था। इसे यू टयूब पर चार लाख व्यूज हासिल हो चुके हैं।