मंडी, 26 जुलाई : देश की रक्षा करते हुए कारगिल शहीदों की शहादत को हमेशा याद रखा जाएगा। यह बात डीसी मंडी अरिंदम चौधरी ने 22वें कारगिल विजय दिवस के मौके पर मंडी में कही। उन्होंने सोमवार को शहर की इंदिरा मार्केट स्थित शहीद स्मारक पर आयोजित कारगिल विजय दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस मौके पर मंडी जिला प्रशासन व पुलिस विभाग के अधिकारियों ने शहीदों को पुष्पांजलि भेंट की व शहीदों के बलिदान को याद किया।
कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश पूर्व सैनिक लीग मंडी के पदाधिकारियों ने भी जवानों की शहादत को याद किया। इस मौके पर डीसी मंडी अरिंदम चौधरी ने कहा कि सेना के जवान देश की शान हैं। कारगिल की लड़ाई में शहीद होने वाले सभी जवानों के योगदान को हमें हमेशा याद रखने की आवश्यक्ता है।
उन्होंने कहा कि कारगिल विजय देश के जवानों की शूरवीरता की कहानी है, जिसमें जवानों ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए शहादत का जाम पिया। वहीं इस मौके पर कारगिल हीरो ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर ने कहा कि कारगिल युद्ध पाकिस्तान की कायरता और हिंदुस्तानी सेना के साहस की कहानी है।
किस प्रकार 60 दिनों तक लगातार चलने वाले युद्ध में भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान को लोहे के चने चबाने पर मजबूर किया। कारगिल युद्ध में देश के 527, हिमाचल प्रदेश के 52 और मंडी जिला के 12 रणबांकुरों ने देश की रक्षा के लिए अपने पा्रणों की आहुति दी। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद जितने भी युद्ध हुए उनमें हिमाचल प्रदेश के जवानों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया है।