मंडी, 29 जुलाई : जिला के कोटली से स्वास्थ्य विभाग में डेपोटेशन पर कर्मचारियों को मंडी जोनल अस्पताल भेजने का मुद्दा गर्माने लगा है। इस बारे में अब कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा ने सरकार व स्वास्थ्य विभाग को घेरना शुरू कर दिया है। दीपक ने मंडी में आयोजित एक पै्रस वार्ता में कहा कि कोरोना काल में एक तरफ जहां सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के तबादलों पर रोक लगाई वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग में डेपोटेशन पर तुंगल क्षेत्र के कोटली अस्पताल से कर्मचारियों के तबादले कर दिए गए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भी शायद इस बात से अनजान हैं साथ ही उन्हें विभाग के अधिकारियों के द्वारा उन्हें अंधेरे में रखा जा रहा है।
दीपक शर्मा ने सरकार व स्वास्थ्य विभाग से कोटली अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ अन्य खाली पड़े पदों को तुरंत भरने की मांग उठाई है। दीपक ने तर्क दिया है कि एक तरफ जहां लोगों को जिला मुख्यालय में जोलन अस्पताल पहुंचने में परिवहन सुविधा की परेशानी आ रही है वहीं सरकार व विभाग के द्वारा 17 पंचायतों के लोगों को सुविधा देने वाले कोटली अस्पताल से स्टाफ को स्थानांतरित करना जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है। दीपक शर्मा ने मांग उठाई है कि कोटली अस्पताल में लोगों की समस्या को देखते हुए पूरे स्टाफ की नियुक्ति की जाए। ऐसा नहीं होने की सूरत में उन्होंने चेताया है कि इसके लिए अगर कोर्ट जाना पड़े तो भी वे गुरेज नहीं करेंगे। इसके साथ ही वे आने वाले समय में तुंगल क्षेत्र की जनता को लामबंद करके एक बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी है।