मंडी : वेटेनरी डॉक्टर से तंग आकर फार्मासिस्ट ने पशु औषधालय में रखी कीड़े मारने की दवाई पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की है। मामला धर्मपुर उपमंडल के तहत आने वाली संधोल तहसील के झंगी पशु औषधालय का है। कोठुआं गांव का नरैणू राम इस पशु औषधालय में बतौर वेटेनरी फार्मासिस्ट तैनात है। आज सुबह के समय नरैणू राम ने गुस्से में आकर कीड़े मारने की जहरीली दवाई पी ली। हालांकि पशु औषधालय में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी प्रताप सिंह ने उसे रोकने की कोशिश की लेकिन नरैणू राम ने एक ही झटके में जहरीली दवाई को गटक लिया। इसके बाद उसने अपनी पत्नी को फोन करके बताया कि उसने जहर खा लिया है।
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने तुरंत नरैणू राम को गाड़ी में डाला और संधोल के लिए निकल गया। रास्ते में नरैणू राम की पत्नी और अन्य परिजन भी मिल गए। संधोल में प्राथमिक उपचार के बाद नरैणू राम को हमीरपुर रैफर कर दिया गया है। पुलिस को दिए बयान में नरैणू राम ने कहा है कि संधोल अस्पताल में तैनात पशु चिकित्सक उसे कई दिनों से प्रताडित कर रहा था। उसकी एसीआर खराब करने की धमकी देकर दूर-दूर ड्यूटी पर भेज कर तंग कर रहा था।
मंगलवार को भी उसे वैक्सीन का काम छोड़ कर संधोल आने का फरमान सुना दिया। वह पहले से ही परेशान चल रहा था और ऐसे में उसने यह कदम उठाया है। 50 वर्षीय नरैणू राम पिछले 20 सालों से बतौर फार्मासिस्ट पशु पालन विभाग में नौकरी कर रहा है व पिछले 7-8 सालों से झंगी में ड्यूटी दे रहा था। डीएसपी सरकाघाट चंद्रपाल सिंह ने बताया कि पुलिस ने नरैणू राम के ब्यान के आधार पर मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है।