थुनाग : सिराज विधानसभा क्षेत्र में भयंकर ओलावृष्टि से सेब व मटर की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है, जिससे घाटी के किसान व भगवानों की कमर ही टूट गई है। एक तरफ जहां कोरोना वायरस ने घाटी के किसान व बागवानी की आर्थिक स्थिति को कमजोर कर दिया है वहीं अब ओलावृष्टि ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया है। ओलावृष्टि से जंजैहली घाटी, चयूणी चेत, धरवारथाच, शिवा खड़, बागा चुनाेगी, थुनाग, खुनागी, बगस्याड, शिकावरी सहित दर्जनों गांव के किसानों व भगवानों की फसल तबाह हुई है।
वर्तमान समय में मटर की फसल बिल्कुल तैयार है कि लोग मंडियों तक पहुंचाने के लिए आज से काम करना चाहते थे मगर ओलावृष्टि ने सब तबाह कर दिया। इसी तरह सिराज विधानसभा क्षेत्र के बागवान अपनी सेब की फसल पर निर्भर रहते हैं कि वर्तमान समय में फूलों की कलियां खेलने के बाद फसल की तैयारियां हो रही है यानी सेटिंग हो रही है जिसे ओलावृष्टि ने निकाल फेंक दिया है।
जंजैहली घाटी के प्रेम सिंह कमल चौहान गणेश चौहान अजय चौहान जगदीश रेडी,धारजरोल पंचायत से लुदर सिंह, मोहर सिंह, भाग सिंह, कमलेश, थुनाग पंचायत से पूर्ण चंद, राजेंद्र शर्मा, चमन लाल, कमल देव, शिकावरी पंचायत कुलदीप, केसर सिंह, दर्शन सिंह, कुंदन लाल, खुनागी बगस्याड के तीखू राम मनोज कुमार, तिलक राज,जीवानंद सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि उनकी लाखों की फसल तबाह हो गई है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि उन्हें मुआवजा राशि शीघ्र अति शीघ्र प्रदान की जाए।