मंडी : जिन लोगों ने 28 दिनों की होम क्वारंटाइन की अवधि को पूरा कर लिया है, उनका प्रशासन घर-घर जाकर फूल देकर आभार जता रहा है। यह वो लोग हैं, जिन्होंने होम क्वारंटाइन का सही ढंग से पालन किया और कोरोना वायरस की रोकथाम में अपना सहयोग दिया है। कोरोना वायरस जैसी महामारी की रोकथाम के लिए सरकार और प्रशासन द्वारा जो दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं, उनका अधिकतर लोग सही ढंग से पालन करते हुए नजर आ रहे हैं। विदेश से वापिस लौटे लोगों को भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार 28 दिनों तक होम क्वारंटाइन में रहना पड़ता है। सरकार के इन निर्देशों का जिला के सैंकड़ों लोग सही ढंग से पालन कर रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं मंडी शहर के साथ लगते भ्यूली निवासी राज कुमार शर्मा और उनकी पत्नी सुरेंद्रा शर्मा।
17 सितंबर 2019 को यह दंपत्ति अमेरिका में अपनी बेटी के पास गया हुआ था। जैसे ही विश्व भर में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने लगा तो इन्होंने घर वापसी की राह पकड़ी। 28 फरवरी को दिल्ली पहुंचे और 3 मार्च को मंडी स्थित अपने निवास पर पहुंच गए। हालांकि दोनों पूरी तरह से स्वस्थ थे, लेकिन भारत सरकार के निर्देशानुसार इन्हें 28 दिनों तक होम क्वारंटाइन में रहना था। इन्होंने प्रशासन को अपने आने की सूचना दी और जो दिशा निर्देश इन्हें दिए गए उनका इन्होंने पूरी तरह से पालन किया। 28 दिनों तक यह किसी से नहीं मिले और अपने घर में ही कैद होकर रह गए। 28 दिनों तक स्थानीय आशा वर्कर इनके साथ लगातार संपर्क में रही।
28 दिनों का होम क्वारंटाइन पूरा होने के बाद प्रशासन ने इनके घर के बाहर लगे क्वारंटाइन के स्टीकर को हटा दिया और गुलाब के फूल देकर सहयोग करने के लिए आभार जताया। राजकुमार शर्मा ने बताया कि यह सब उन्होंने समाज की सुरक्षा के लिए किया है क्योंकि पूरा विश्व इस वक्त इस महामारी के प्रकोप से जूझ रहा है। ऐसे में एक आम नागरिक को जो सहयोग देना चाहिए वही सहयोग इन्होंने भी देने का प्रयास किया है। वहीं सुरेंद्रा शर्मा बताती हैं कि 28 दिनों की अवधि के दौरान इन्हें कुछ परेशानियां भी हुई लेकिन समाज को सुरक्षित रखने के मकसद से इन्होंने इन सभी परेशानियों को परास्त कर दिया।
डीसी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि जिला में पांच सौ के करीब लोग ऐसे हैं जो हाल ही में विदेशों से वापिस आए हैं। इन सभी को सरकार के निर्देशानुसार होम क्वारंटाइन पर रखा गया है। इनमें से 128 लोगों ने 28 दिनों की अवधि को पूरा कर लिया है और प्रशासन ने इन्हें फूल देकर सहयोग के लिए इनका आभार जताया है। डीसी ने बताया कि यह सभी पूरी तरह से स्वस्थ हैं। इनमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं है। बता दें कि होम क्वारंटाइन का मतलब यह बिल्कुल नहीं होता कि आपको कोरोना वायरस है। बल्कि होम क्वारंटाइन इसलिए जरूरी है ताकि यदि आपमें कोरोना के लक्षण हैं तो आप किसी दूसरे के संपर्क में न आएं और इस महामारी की रोकथाम की जा सके। ऐसा ही इस वक्त मंडी जिला के वो सभी लोग कर रहे हैं जो हाल ही में विदेशों से आए हैं। ऐसे लोगों के सहयोग से ही इस महामारी की रोकथाम संभव है।