नाहन: मरकज जमात से लौटे 15 जमातियों को फिलहाल डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती नहीं किया जाएगा। हालांकि उन पर घर में ही क्वारंटाइन के दौरान नजर रखी जाएगी। दरअसल, वीरवार को 15 जमातियों को मेडिकल कॉलेज लाने की तैयारी हो गई थी। इसके लिए सैंपलिंग की व्यवस्था भी कर ली गई थी। इसी बीच तमाम जमातियों का पांवटा साहिब अस्पताल में स्वास्थ्य निरीक्षण किया गया। तमाम जमातियों में कोरोना से जुड़ा कोई भी लक्षण नहीं पाया गया। खुद मुख्य चिकित्सा अधिकार डॉ. केके पराशर ने अस्पताल में ही इनकी काउंसलिंग की।
प्रारंभिक छानबीन में यह भी पता चला है कि पांवटा साहिब में 11 व नाहन में 4 जमाती वापस लौटे थे, लेकिन उनका क्वारंटाइन पीरियड करीब-करीब पूरा होने वाला है। बताया यह भी जा रहा है कि यह जमाती 10 मार्च के आसपास ही वापस लौट आए थे। कुल मिलाकर स्वास्थ्य विभाग ने यह तय किया है कि उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती नहीं किया जाएगा। अगर निगरानी के दौरान लक्षण पाए जाते हैं तो फौरन ही उन्हें आइसोलेशन वार्ड में लाकर सैंपल लिए जा सकते हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. केके पराशर ने कहा कि पुलिस की मदद से तमाम जमातियों को समय रहते ही सूचीबद्ध कर लिया गया था।
फिलहाल इन्हें आइसोलेट नहीं किया जा रहा। उधर जहां तक मेडिकल कॉलेज में नमूने लेने का सवाल है तो पांच जमातियों के सैंपल नेगेटिव पाए गए। इसके अलावा एक नेपाली की रिपोर्ट का इंतजार है।