बद्दी: कोरोना के संक्रमण से 70 वर्षीय महिला की मौत से हडकंप जारी है। इसकी बड़ी वजह यह है कि स्टील बर्ड कंपनी के प्रबंधन से जुड़े चार परिवार 15 मार्च को बद्दी स्थित उद्योग के गैस्ट हाऊस में रह रहे थे। चारों ही परिवारों में 70 से 76 साल के बुजुर्ग शामिल हैं। शुरूआती जांच में बुजुर्गों की विदेश यात्रा को लेकर कोई हिस्ट्री नहीं मिली है। कंपनी ने परिसर में मालिकों व गैस्ट हाऊस कर्मियों के लिए अलग-अलग रहने की व्यवस्था की हुई है।
70 वर्षीय महिला स्नेहलता के 76 वर्षीय पति पीएल ढल्ल ही हेल्मेट बनाने वाली नामी कंपनी स्टील बर्ड के निदेशक हैं। दिल्ली से आने वाले परिवार में संस्थापक निदेशक 74 वर्षीय सुभाष कपूर व उनकी पत्नी ललिता कपूर भी शामिल थे। दिल्ली से पहुंचे 7 सदस्य यहां गैस्ट हाऊस में ही रहे। इनके संपर्क में 6 से 8 लोग गैस्ट हाऊस में आए। दिल्ली से चालक राम व मुन्ना ही इन सदस्यों को 14-15 मार्च को लेकर बद्दी पहुंचे थे। चूंकि चालक राम 20 से 22 मार्च के बीच वापस दिल्ली गया था, लिहाजा आशंका जाहिर की जा रही है कि कहीं चालक के जरिए ही तो कोरोना परिवार तक न पहुंचा हो। गैस्ट हाऊस के कुक अमित कुमार व सुरेश कुमार ही 10 से 15 मार्च के बीच अपने घर कांगड़ा व बिहार गए थे। इसके अलावा विशाल त्यागी व शिवम त्यागी भी उत्तर प्रदेश अपने घर 26 फरवरी के आसपास गए थे।
वहीं गैस्ट हाऊस में तैनात प्रमोद तनवर होली के आसपास घर से छुट्टी के बाद लौटे थे। इस वक्त फैक्टरी परिसर में 22 वर्कर मौजूद हैं। इसके अलावा ड्राईवर अमर सिंह व विजय रोजाना फैक्टरी से ही बरोटीवाला आना-जाना करते हैं। झाड़माजरी के निजी अस्पताल में 30 मार्च को सुभाष कपूर व ललिता कपूर ने तेज बुखार की शिकायत की। उपचार के बाद उन्हें गैस्ट हाऊस में ही क्वारंटाइन की सलाह दी गई। 31 मार्च को कंपनी के निदेशक पीएल ढल्ल व पत्नी स्नेहलता ने भी अस्पताल को 5 से 7 दिन से तेज बुखार की बात कही। दवाओं के बाद क्वारंटाइन पर रहने की उन्हें भी सलाह मिली। 2 अप्रैल को सुबह 11 बजे के आसपास स्नेहलता को ब्रुकलाइन से एक्स-रे के बाद पीजीआई रैफर कर दिया गया। 3 अप्रैल को पीजीआई चंडीगढ़ से उनके निधन की खबर आई।
दिवंगत स्नेहलता की मौत की वजह कोरोना वायरस बताया गया। ड्राईवर मुन्ना ही उन्हें पीजीआई लेकर गया था, जो आज ही फैक्टरी परिसर में लौटा था। इसके अलावा नर्स काजल भी स्नेहलता के नजदीकी संपर्क में आई थी। नर्स को आइसोलेशन में रखा गया है। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि कंपनी के सर्विलांस अधिकारी भीम सेन व सीसीटीवी वैंडर अनिल गुप्ता भी 20 से 21 मार्च के बीच गैस्ट हाऊस में आए थे। कुल मिलाकर अहम बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग, पुलिस व प्रषासन ने महज एक घंटे के भीतर ही मृतक महिला से संपर्क में आने वालों का रिकॉर्ड खंगाल लिया, ताकि जल्द से जल्द कार्रवाई अमल में लाई जा सके।