मंडी : सरकाघाट उपमंडल का चमन पिछले पांच सालों से न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि वर्ष 2014 में मारपीट के मामले में आज दिन तक कोई सुनवाई नहीं हो पाई है, जिससे पीडि़त परिवार में रोष है। मामले को लेकर चमन ने उचित कार्रवाई के लिए एडीसी आशुतोष गर्ग को ज्ञापन सौंपा। चमन का कहना है कि वर्ष 2014 में उसके व उसके परिजनों के साथ पड़ोसियों ने मारपीट की। इस संबंध में सरकाघाट पुलिस थाना में एक केस आईपीसी की धारा-323, 341, 504ए 34 के तहत दर्ज हुआ।
यह मामला पुलिस की ओर से स्थानीय पंचायत को अग्रिम कार्रवाई के लिए भेजा गया। चमन का आरोप है कि वर्ष 2014 से लेकर आज दिन तक पंचायत की ओर से इस संबंध में कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। जबकि आरोपी साढ़े पांच सालों में उनके साथ दोबारा कई बार लड़ाई कर चुके हैं।
चमन का कहना है कि किसी प्रकार की कोई कानूनी कार्रवाई न होने पर आरोपियों के हौंसले बुलंद है। चमन ने बताया कि पंचायत की तरफ से उन्हें न्याय न मिलने पर अब वह इस मामले में जिला प्रशासन के दरबार में पहुंचे है।
चमन ने एडीसी से मांग की है कि इस मामले को पंचायत से कोर्ट में भेजा जाए ताकि उसे न्याय मिल सके। चमन लाल का कहना है कि वह उस दिन का इंतजार कर रहे हैं, जिस दिन उन्हें इस मामले में न्याय मिलेगा। हालांकि उनका विश्वास सरकारी तंत्र उठ चुका है। बस न्यायालय तक इस मामले को ले जाने की ही मांग कर रहे हैं ताकि उन्हें कोर्ट से न्याय मिल सके।
वहीं, जब इस बारे में डीएसपी सरकाघाट चंद्रपाल से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि एडीसी के माध्यम से मामला उनके संज्ञान में आया है। उन्होने बताया कि इस संबंध में छानबीन कर पता लगाया जाएगा कि मामला लंबित क्यों है व मामले में उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।