सुंदरनगर : बल्ह विधानसभा के विधायक को विकास कार्यों से कोई लेना देना नहीं, ऐसा निकम्मे विधायक बल्ह को पहले कभी नहीं मिला है। हालांकि प्रदेश में भाजपा की सरकार के साथ-साथ जिला से जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री हैं। यह सुनहरा अवसर है, लेकिन बल्ह के वर्त्तमान विधायक इस बात का लाभ उठाने में नाकाम रहे हैं। विधायक अपनी बात विधानसभा तथा मुख्यमंत्री के समक्ष मांग रखने का माध्यम नहीं है। यह बात पूर्व आबकारी एवं कराधान मंत्री प्रकाश चौधरी ने पत्रकार वार्ता मे कही। उन्होंने कहा कि इन पौनै दो सालों मे जितने भी कार्य करवाए गए हैं। वे सभी कांग्रेस कार्यकाल में उन्हीं के द्वारा मुहैया करवाए गए बजट से हो पा रहे हैं।
विधायक अभी तक एक पैसा भी बल्ह के विकास के लिए नहीं ला पाए। यही नहीं जो शिलान्यास कांग्रेस सरकार के दौरान मंत्री पद पर रहते हुए किए गए उन कार्यों को पूरा नहीं करवाया जा सका है। जिसका उदहारण उपमंडल बल्ह के लिए कंबाइंड बिल्डिंग खोलने हेतु वीरभद्र सरकार ने जमीन तथा 40 लाख के बजट का प्रावधान कर शिलान्यास किया था। लेकिन अभी तक कंबाइंड कार्यालय का निर्माण कार्य शुरू ही नहीं करवाया जा रहा हैं। वहीं दूसरी ओर बल्ह में एसडीएम और अधिकारी ऐसे बदले जा रहे हैं। जितने लोग शादियों में कपड़े तक नहीं बदलते। बल्ह विकास खंड कार्यालय में बीडीओ नहीं है, जिस कारण लोगों के कार्य नहीं हो पा रहे हैं।
नेरचौक को शहर का दर्जा दिलाने के लिए नगर परिषद कार्यालय खुलवाया गया था। जिसका उस समय भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने भारी विरोध किया था। आज वही उस संस्था के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बन कुर्सीयों पर विराजमान होकर विकास कार्यों को करवाने में असमर्थ हैं। नगर परिषद कार्यालय में अधिकारी व कर्मचारी ही नहीं है। लोगों को अनापत्ति प्रमाण पत्र, घर के नक्शे पास करवाने व अन्य कार्यों के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
दूसरी ओर नगर परिषद अध्यक्ष के लिए 45 हजार किराए पर एक गाड़ी रख बेवजह सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा लेदा में पीएचसी भवन का निर्माण करवाया गया था। जिसका विधायक आज दिन तक उद्घाटन ही नहीं करवा पाए हैं। भवन लावारिस पशुओं का आशियाना बना हुआ है। उन्होंने कहा की कांग्रेस सरकार सत्ता में वापसी कर देश को विकास की पटरी पर ला जनता की पुन: सुकून प्रदान करवाएगी। इस मौके पर उनके साथ बल्ह कांग्रेस अध्यक्ष अजय ठाकुर, पूर्व अध्यक्ष कुलदीप ठाकुर, पूर्व युंका अध्यक्ष रिंपल चौधरी, महासचिव महेंद्र गुप्ता मौजूद रहे।