एमबीएम न्यूज/शिमला
निश्चित तौर पर अफसरशाही ही सरकार व जनता के बीच सेतु होती है। अमूमन कई मर्तबा ऐसे मामले सामने आते हैं, जब अधिकारी रात को तो दूर दिन के समय भी मोबाइल पिक करने में गुरेज करते हैं। लेकिन जयराम सरकार के टाॅप मुखिया ‘मुख्य सचिव’ वीके अग्रवाल ही रात को डेढ़ बजे फोन रिसीव कर अजनबियों के लिए मददगार साबित हो जाएं तो लाजमी तौर पर प्रशंसा के पात्र होंगे। यहां तक की कांगड़ा के एसपी भी मुख्य सचिव की इस तरह की कार्यशैली के मुरीद हो गए हैं।
मामला, धर्मशाला से जुड़ा हुआ है। यहां आधी रात के वक्त दिल्ली व उत्तर प्रदेश से आए पर्यटक कोई वाहन न मिलने की वजह से असुरक्षित व असहज महसूस कर रहे थे। मोबाइल से अधिकारियों का नंबर तलाश करने लगे तो सीधे ही सूबे के मुख्य सचिव वीके अग्रवाल का नंबर मिल गया। आधी रात को मुसीबत में थे तो मुख्य सचिव का मोबाइल डायल करने में कोई गुरेज नहीं किया। दिन भर घंटों तक व्यस्त रहने वाले मुख्य सचिव ने रात को अजनबी काॅल को नजरअंदाज नहीं किया। तुरंत ही फीडबैक लेकर कांगड़ा के पुलिस अधीक्षक को सूचित किया।
पुलिस अधीक्षक संतोष पटियाल भी लाजमी तौर पर पहले आधी रात को मुख्य सचिव का फोन देखकर चौंके होंगे, लेकिन जब पाया कि मुख्य सचिव मुसीबत में फंसे अजनबियों के लिए चिंतित हैं तो वो भी मुख्य सचिव के इस बात को लेकर मुरीद हो गए कि रात के वक्त एक अधिकारी के साथ-साथ इंसानियत का भी परिचय दे रहे हैं। साथ ही अति संवेदनशीलता दर्शा रहे हैं। एसपी ने तुरंत ही लोकेशन पता लगाकर टीम को मौके पर भेजा।
पता चला कि पर्यटकों ने दिल्ली जाने के लिए वाहन बुक करवा रखा था, जो नहीं पहुंचा। लिहाजा, अजनबी इलाके में सुनसान जगह पर पर्यटकों को डर लग रहा था। तुरंत ही पुलिस ने चालक के मालिक से संपर्क साध कर वाहन उपलब्ध करवा दिया। तमाम पर्यटक कुशलतापूर्वक दिल्ली रवाना हो गए। पर्यटक जाते-जाते कहने लगे कि हिमाचल प्रदेश के इतने बडे़ अधिकारी भी इतने संवेदनशील हो सकते हैं, इस बात को सोचा भी नहीं जा सकता था। पर्यटकों ने मुख्य सचिव के अलावा पुलिस का भी आभार प्रकट किया।
फेसबुक पेज पर लिखी पोस्ट में कांगड़ा के एसपी ने कहा कि अगर तमाम अधीनस्थ कर्मचारी भी मुख्य सचिव की तरह रात के वक्त फोन रिसीव कर संवेदनशीलता दिखाएं तो निश्चित तौर पर हिमाचल की छवि पूरे देश में निखरेगी।
Latest
- 22 मई को होगा बीबीए बीसीए एंट्रेंस एग्जाम, HPU ने जारी किया शेड्यूल
- मंडी : 100 करोड़ से अधिक के मालिक हैं विक्रमादित्य सिंह, प्रत्याशी पर दर्ज है 14 मामले
- संसदीय व विधानसभा क्षेत्रों के लिए तीसरे दिन 12 नामांकन दाखिल
- नाहन में आवारा कुत्तों को लेकर भाजपा पार्षदों का नप कार्यालय के बाहर धरना
- हिमाचल के लाल ने मुंह से कलम पकड़ भेद दी थी NEET परीक्षा, अब हासिल कर रहा है उच्च शिक्षा