एमबीएम न्यूज़ /ऊना
ठियोग के छैला के समीप एचआरटीसी बच हादसे का एक और दर्दनाक पहलू सामने आया है। इसके मुताबिक चालक राजीव कुमार(45) के शव को बस के अंदर ही फर्श पर रखने के बाद सीटों से बांधकर घर भेजा गया। अंब उपमंडल की हम्बोली पंचायत का रहने वाला राजीव निगम के तारा देवी डिपू में तैनात था जो करीब 20 सालो से बस चला रहा था। निगम के प्रबंधन के इस व्यवहार को लेकर सवाल उठने लगे हैं,साथ ही चालक के परिजनों में रोष भी पैदा हो गया है। शुक्रवार को रात करीब साढ़े 11 बजे जब शव घर पहुंचा तो हर कोई यह देख कर हैरान रह गया कि एंबुलेंस की बजाय लाश को सीटों से बांधकर लाया गया है। हालांकि शव के लिए ताबूत भी बनाया गया था लेकिन शव को बांध कर लाया गया। बस में चालक व परिचालक के इलावा राजीव का रूम मेट ही थे।
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हैरान कर देने वाली बात एक और थी, निगम का कोई भी अधिकारी साथ नहीं आया। बस चालक अपने पीछे पत्नी बेटी एक बेटा छोड़ गया है। ग्रामीणों की माने तो राजीव एक बेहतरीन चालक था। एचआरटीसी की कई यूनियन खुद को चालक व परिचालकों का हितैषी बताती है लेकिन चालक के अंतिम संस्कार में शामिल होने की जहमत यूनियन के किसी भी पदाधिकारी ने नहीं उठाई। स्थानीय विधायक के तौर पर बलवीर चौधरी जरूर अंतिम यात्रा में शामिल हुए। कुल मिलाकर देखना यह होगा कि निगम के किस अधिकारी के आदेश पर इस तरह का शर्मनाक कदम उठाया गया। बहरहाल कई संकटो का सामना कर रही जयराम सरकार इस मसले पर भी घिर सकती है। देखने यह भी होगा,खुद को निगम की चालकों व परिचालकों को हितैषी बताने वाले संगठन चुप्पी तोड़ेंगे या नहीं। इस मामले में निगम का पक्ष नहीं मिला है ,अगर किसी भी माध्यम से भेजा जाता है तो प्रकाशित किया जायेगा।