नाहन (मोक्ष शर्मा): बनेठी के रहने वाले दंपत्ति संदीप व पूजा शर्मा ने शनिवार शाम मेडिकल कॉलेज में शिशु रोग विशेषज्ञ न होने की वजह से नवजात बेटी को खो दिया था। लोहड़ी के दिन मेडिकल कॉलेज से दंपत्ति को ऐसे जख्म मिले, जो वो ताउम्र नहीं भुला सकेंगे। महज चार दिन बाद दंपत्ति इस बात को लेकर सुकून महसूस करेगा कि कॉलेज में बुधवार को बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. पंकज चौधरी ने ज्वाइन कर लिया है। लिहाजा फिर किसी दंपत्ति के साथ उनकी आपबीती की पुनरावृति नहीं होगी।
13 जनवरी की रात ही एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया। साथ ही पाठकों ने भी खबर को हाथोंहाथ लेते हुए वायरल कर दिया था, ताकि चिरनिद्रा में सोई व्यवस्था को जगाया जा सके। रोजाना करीब 50 से 80 के बीच शिशु ओपीडी में पहुंचते हैं, लेकिन शिशु रोग विशेषज्ञ न होने के कारण परिजनों को मायूसी हाथ लगती थी। सनद रहे कि कॉलेज में एक दर्जन से अधिक विशेषज्ञों के पद रिक्त हैं।
सूत्रों के मुताबिक नवजात शिशु की मौत को लेकर सूबे के स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने भी कड़ा संज्ञान लिया था। उधर मेडिकल कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ. जयश्री शर्मा ने शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. पंकज चौधरी की ज्वाइनिंग की पुष्टि करते हुए कहा कि शिशुओं के साथ-साथ मरीजों को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करवाने का भरसक प्रयास किया जा रहा है।
कुल मिलाकर यह तय है कि अगर बनेठी का दंपत्ति एमबीएम न्यूज नेटवर्क तक नवजात की मौत की खबर न पहुंचाता तो शायद पुरानी व्यवस्था ही ढर्रे पर चलती रहती।