घुमारवीं (सुभाष कुमार गौतम): उपमंडल के अन्तर्गत पड़ने वाली पेयजल योजनाए भीषण गर्मी के चलते हॉफने लगी हैं। लोगों की पेयजल समस्या दिन प्रतिदिन बढती जा रही है। सिंचाई एवम जन स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत पड़ने वाली बड़ी-बड़ी पेयजल योजनाएं दम तोड़ने लगी है, जिसमें घुमारवीं शहर को पानी की सप्लाई करने वाली पेयजल योजना बारिश न होने के कारण सूखने की कगार पर है।
शहर में चार पांच दिनों के बाद एक या दो घंटे पानी की सप्लाई की जा रही है, जबकि ग्रामीण इलाकों में तो इससे भी बुरा हाल है। लोगों को पेयजल के लिए घंटों का सफर तय करके पानी लाना पड रहा है, जिसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। घुमारवीं इलाके में लगे हैंडपंपों का सूरते हाल यह है कि आधे से ज्यादा तो खराब पड़े हैं और कुछ एसे है जिनका पानी पीने योग्य ही नहीं है लोग जाए तो जाए कहाँ दूर दराज से पानी लाने वाले लोगों विद्या, सागर रतनी देवी, राम लाल, कमलेश कुमार, अनिल कुमार, रक्षा देवी, कुलदीप का कहना है कि जो पानी दूर से लाते है वो भी पीने के काबिल नहीं है। इस पानी से भी बीमारियों के फैलने का खतरा पैदा हो रहा है।
उधर पेयजल की समस्या के चलते हैंडपंप व वाटर टैंकर मालिक चॉदी कूट रहे हैं। यह लोगों से पानी के टैंकर की सप्लाई देने पर लोगों से 800-1200 रूपएे तक वसूल कर रहे हैं, क्योकि लोगों को मजबूरी में यह सब करना पड़ रहा है क्योंकि कई ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की समस्या इतनी गंभीर हो गई है कि पीने के पानी का टैंकर लेने के अलावा कोई और चारा नहीं है। लोगों की पेयजल समस्या को लेकर एमबीएम न्यूज द्वारा घुमारवीं आईपीएच विभाग के अधिशाषी अभियंता अरविंद सूद से बात की उन्होंने बताया कि समय पर बारिश न होने के कारण पेयजल योजनाओं में पानी की भारी कमी हो रही हैं, लेकिन लोगों को फिर भी दूसरे तीसरे दिन पीने योग्य पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है।
लोगों तक पानी पहुंचाने के लिए फील्ड कर्मचारीयों व अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं कि किसी भी तरह की पेयजल समस्या की शिकायत पर कड़ा संज्ञान ले और उसे प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाए। लेकिन वास्तविकता तो कुछ और ही है विभाग चाहे लोगों को बेहतर पेयजल उपलब्ध करवाने की बात कर रहा हो, लेकिन फील्ड की रिपोर्ट को देखा जाए तो और ही हकीकत सामने आ रही है कि विभाग लोगों को पेयजल उपलब्ध करवाने में असमर्थ रहा है और लोगों को मात्र दिलासा ही मिल रहा हैं।