बिलासपुर (अभिषेक मिश्रा) : बिलासपुर जिला के स्कूलों में अपनी सेवायें दे रहे दर्जनों जलवाहकों ने आज सडकों पर उतर कर अपना विरोध प्रदर्शन किया। जलवाहकों ने पूरे नगर में रैली निकाल कर शिक्षा उपनिेदेशक कार्यालय के खिलाफ जहाँ अपना रोष व्यक्त किया वहीं उनके खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की। जलवाहकों की इस रोष रैली को विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने भी समर्थन दिया।
जलवाहकों का कहना था कि सरकार ने हाल ही में 14 वर्ष पूरे कर चुके दिहाडीदारों को रैगुलर करने का निर्णय दिया था जो कि सराहनीय निर्णय है लेकिन शिक्षा उपनिेदेशक कार्यालय ने अपने चहेतों के लिये सीनीयोरिटी लिस्टों में गडबडी की है जिससे कई जलवाहक सरकार के निर्णय अनुसार इसका लाभ लेने से वंचित रह गये हैं ।
वहीं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के कानूनी सलाहकार भगत सिंह वर्मा ने कहा कि सरकार ने 14 वर्ष पूरे कर चुके लोगों को रैगुलर करने का जो निर्णय सुनाया है वह बहुत ही सराहनीय है और मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह इसके लिये बधाई के पात्र हैं । लेकिन बिलासपुर के शिक्षा निदेशक कार्यालय ने अपने चहेतों को एडजस्ट करने के लिये सीनियोरिटी में भारी गडबड की है जिससे बिलासपुर जिला के सैंकडों जलवाहक इसका लाभ लेने से वंचित रहे गये हैं । उन्होने मांग की है कि यह इन लिस्टों को सही नहीं किया गया तो सभी जलवाहक उग्र प्रदर्शन करने से नहीं कतराएंगे !
इस अवसर पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी यूनियन प्रधान भूरि सिंह ठाकुर, अराजपत्रित कर्मचारी संघ जिला प्रधान किरपाल मराठा, वरिष्ठ उपप्रधान विरेदं सिंह व ग्राम पंचायत मल्यावर प्रधान मधुपाल धीमान सहित सैंकडों महिलायें पुरूष शामिल रहे।