शिमला (एमबीएम न्यूज) : 107 दिन से छात्रों की मांगों को लेकर आंदोलनरत एसएफआई विश्वविद्यालय परिसर इकाई ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को ज्ञापन सौंपा। इकाई ने सीएम को अवगत करवाया कि पिछले 107 दिनों से 48-48 घंटे की भूख हड़ताल की जा रही है, लेकिन कुलपति का छात्रों के प्रति नकारात्मक रवैया बना हुआ है।
छात्रों ने आरोप लगाया कि कुलपति ने फीस बढ़ोतरी को लेकर भी छात्रों को गुमराह किया हुआ है। एसएफआई इकाई ने सीएम से मांग की कि 2014 में फीस वृद्धि को लेकर हाई पावर कमेटी का गठन मौजूदा सरकार ने ही किया था। कमेटी ने 30 दिन के भीतर सरकार को रिपोर्ट भी दे दी थी। यह रिपोर्ट कुलपति के पास भी है, लेकिन इसे सार्वजनिक नहीं किया जा रहा।
संगठन ने रिपोर्ट को सार्वजनिक करने के साथ-साथ एससीए चुनाव को हल करने की बात भी सीएम के समक्ष रखी। सनद रहे कि शुक्रवार को सीएम परिसर में विश्वविद्यालय स्थापना दिवस के अवसर पर पहुंचे थे। उधर एसएफआई ने स्थापना दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री व कुलपति के बयान की कड़े शब्दों में निंदा की।
संगठन का कहना है कि परिसर में 300 पद रिक्त हैं। संगठन ने कहा कि रूसा को उपलब्धि बताने वाले लोग यह भी बताएं कि छात्रों के पास रिजल्ट क्यों नहीं है। छात्रों के आंदोलन को नजर अंदाज करना अन्याय है। एसएफआई का यह भी कहना है कि स्थापना दिवस की आड़ में छात्रों की राजनीति को टारगेट किया जा रहा है।