शिमला, 26 अप्रैल : हिमाचल प्रदेश विवि की ओर से कॉलेज स्तर पर पढ़ाए जाने वाले यूजी कोर्स के लिए नए निर्देश जारी किए गए हैं। प्रदेश के कॉलेजों में अब नई शिक्षा नीति को लागू किया जाना है। इसके लिए एचपीयू की ओर से प्रदेश के 135 डिग्री कॉलेजों में बीए, बीएसई और बीकॉम के तहत कितने सब्जेक्ट पढ़ाए जा रहे हैं इसकी जानकारी दो दिनों के भीतर भेजनी होगी। ताकि इस डाटा से ये क्लीयर हो जाएगा कि अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम में अब एनईपी के तहत कौन से नए विषय शामिल होंगे।
कॉलेज स्तर पर चार वर्षीय यूजी प्रोग्राम को शुरू किया जाना है। इसके तहत ग्रेजुएशन अब चार साल में होगी। यूनिवर्सिटी की कमेटी ने ये तय किया है कि इसकी शुरुआत फर्स्ट ईयर से होगी। पुराने और नए सिस्टम में अंतर केवल इतना होगा कि अभी छात्रों के लिए एनुअल सिस्टम लागू है और एनइपी में छात्र समेस्टर वाइज पढ़ाई करेंगे।
ऐसे में सभी कॉलेजों से दो दिनों के भीतर ये डाटा मांगा गया है। इसके साथ ही अभी तक ऐसे विषय जो कॉलेजों में ऑप्शन के तौर पर पढ़ाए जाते हैं वे भी डिग्री प्रोग्राम का हिस्सा होंगे। इसमें एनएसएस, एनसीसी और स्पोटर्स जैसे विषय शामिल है।@K1