ज्वालामुखी (मोनिका शर्मा) : चार्जशीट को कूड़ेदान में फेंकना है या वीरभद्र को जेल की हवा खानी है, यह कानून तय करेगा। चार्जशीट के आरोपों से वीरभद्र व उनके मंत्री तिलमिला गए है। यह बात प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने आज यहां पत्रकार वार्ता में कही।
उन्होंने कहा कि जश्र की रैली में जिस प्रकार से खाली बसे आई और भीड़ जुटाने के लिए विभिन्न उद्योगों के मजदूरों व सरकारी कर्मचारियों को लाना पड़ा। उसकी परेशानी साफ रूप से वीरभद्र की बातों में झलकी है। सत्ती ने कहा कि बातों से जनता का पेट भरने की कांग्रेस की राजनीति सफल नही होगी। उन्होंने कहा कि वीरभद्र अपने गुनाहों को छुपा नही सकते है। उन्हें जांच का सामना करना पड़ेगा और जो अधिकारी कांग्रेस वर्कर बनकर टैंट कुर्सियों का इंतजाम करते रहे है उन्हें भी हिसाब देना पड़ेगा।
सत्ती ने कहा कि कांग्रेस रैली से ज्यादा भीड़ तो ऊना की रामलीला में होती है। ऐसे में कांग्रेस ने इंदिरा मैदान को खराब करने का काम किया है और मैदान के रखरखाव के लिए कोई धन नही दिया है। उन्होंने कहा कि रैली के नाम पर जहां लूट की गई। वहीं एक माह तक अधिकारी दफ्तरों में नही बैठे, जिससे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी है। उन्होंने कहा कि अब कुछ कांग्रेस के नेता व अधिकारी रैली के नाम पर इकठ्ठे किए गए। पैसों की बंदर बांट कर रहे है। पुलिस विजीलेंस को ऐसे नेताओं पर छापे मारने चाहिए।