मंडी : हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड ने दसवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है। इसमें जिला के चार विद्यार्थियों ने मैरिट में जगह बनाई है। ऑटो चालक की बेटी निशा ने अपनी लग्न व मेहनत के दम पर मैरिट में पांचवां स्थान झटका है। निशा ने 98.14 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। स्वामी विवेकानंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल रामनगर मंडी की छात्रा निशा पुत्री संदीप ने टॉप टेन में अपना 5वां स्थान हासिल कर 687 अंक प्राप्त किए है। निशा रानी बाई क्षेत्र की रहने वाली है। यह बड़े होकर डॉक्टर बनना चाहती है। निशा ने अपनी मेहनत का श्रेय प्रधानाचार्य विरेंद्र कुमार व स्कूल स्टाफ को दिया।
निशा ने बताया कि वह प्रतिदिन 7-8 घंटे पढ़ाई करती थी। इसके पिता ऑटो चलाते है। निशा के 5वां स्थान हासिल करने पर प्रधानाचार्य ने निशा को जमा दो की पढ़ाई निशुल्क करने की घोषणा की। वहीं, एसेंट पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल पधर के आयुष ने 97.57 प्रतिशत अंक लेते हुए मैरिट में नौवां स्थान हासिल किया है। आयुष ठाकुर, मूलतः चौहारघाटी का निवासी है। माता-पिता दोनों अध्यापक हैं। आयुष डॉक्टर बनना चाहता है। जिसने प्लस वन में मेडिकल नॉन मेडिकल बोथ सब्जेक्ट रखकर पढ़ाई शुरू की है।
जोगिंद्रनगर के होली फादर पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल सैंथल वंशिका शर्मा ने 97.57 प्रतिशत अंक लेकर मैरिट में नौवां स्थान झटका है। वंशिका शर्मा बड़े होकर वैज्ञानिक बनना चाहती है। उनका सपना नए आविष्कार कर देश सेवा करना है। वंशिका का कहना है कि उसने माता-पिता के सहयोग और शिक्षकों के मार्गदर्शन से इस मुकाम को पाया है। वहीं स्कूल प्रबंधन ने निदेशक नरेंद्र खनौड़िया ने इस उपलब्धि के लिए होनहार छात्रा व उसके परिजनों को बधाई दी है। उनके पिता उत्तम शर्मा शिक्षा विभाग के क्लेरिकल स्टाफ और मां गृहिणी हैं।
दसवीं की बोर्ड की परीक्षा में प्रदेश भर में दसवां स्थान स्थान हासिल करने वाली चेतना बड़े होकर चिकित्सक बनकर समाज सेवा करना चाहती है। उनके पिता बिजनसमैन और मां गृहणी है। चेतना साईगलू के ओजस पब्लिक स्कूल से दसवीं की पढ़ाई की है। बता दें कि दसवीं कक्षा की मैरिट लिस्ट में मंडी जिला के सरकारी स्कूल पिछड़ गए हैं। मैरिट में आए चारों विद्यार्थी निजी स्कूल के हैं।