शिमला (एमबीएम न्यूज़) : आईजीएमसी में एमबीबीएस तृतीय वर्ष के एक छात्र के खिलाफ छात्रावास में अपने जूनियर्स से कथित तौर पर रैगिंग करने को लेकर सदर थाना में मामला दर्ज किया गया है। आईजीएमसी के प्राचार्य प्रो. अशोक शर्मा की शिकायत पर पुलिस ने आईपीसी की धाराओं 451, 352 और 323 के तहत मामला दर्ज कर तफतीश शुरू कर दी है।
मामले की जांच कर रहे सिटी डीएसपी राजेंद्र ने बताया कि पुलिस हॉस्टल का दौरा कर तथ्य खंगालेगी और जरूरी हुआ तो सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी संस्थान से मांगी जा सकती है। उन्होंने कहा कि एफआईआर में नामजद छात्र से भी पूछताछ की जाएगी।
पुलिस ने आज बताया कि आईजीएमसी छात्रावास में प्रथम वर्ष के एमबीबीएस छात्र के साथ रैगिंग करने का मामला कल देर शाम दर्ज किया गया है। रैगिंग के आरोपी छात्र को आईजीएमसी प्रशासन द्वारा हॉस्टल से निलंबित भी कर दिया गया है।
इधर, मंगलवार को पीडि़त एमबीबीएस छात्र के परिजन प्राचार्य से मिलने आईजीएमसी पहुंच गए। परिजनों ने आरोपी छात्र के हित में प्राचार्य से मामला वापिस लेने का आग्रह किया। जानकार अनुसार परिजनों ने प्राचार्य से आग्रह किया कि इस मामले में रैगिंग करने वाले छात्र का कैरियर तबाह हो जाएगा, मगर वो ऐसा कतई नहीं चाहते।
दूसरा उनके बेटे को इस मामले में चोटें भी नहीं लगी हैं, इसलिए मामले को तूल न दिया जाए। लेकिन प्राचार्य की तरफ से साफ किया गया कि मामला रैगिंग से जुड़ा है और पुलिस ही अब आगामी कारवाई करेगी।
गौरतलब है कि आईजीएमसी में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के एक छात्र ने सीनियर छात्र पर रैगिंग और मारपीट का आरोप लगाया था। पीडि़त ने इस बाबत प्राचार्य से शिकायत की थी। प्राचार्य ने तीन सदस्यीय कमेटी को मामले की जांच का जिम्मा सोंपा। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में साफ किया कि मामला रैगिंग से जुड़ा है। इसके बाद आईजीएमसी प्रबंधन ने पुलिस में शिकायत कराई।