नाहन (एमबीएम न्यूज): सिरमौर खासकर राजगढ़ उपमंडल में चीड़ के पेड़ निशाने पर हैं। बेरहमी से बिरोजे की निकासी की जा रही है। इस बारे कुछ वीडियो क्लिप्स सामने आए हैं। हालांकि यह वीडियो क्लिप्स मई महीने में यू टयूब पर अपलोड कर दिए गए थे, लेकिन अब तक खास चर्चा में नहीं आए हैं।
इन क्लिप्स के सूत्रधार जयपाल वर्मा ने इस मामले को उठाने का आग्रह एमबीएम न्यूज नेटवर्क से किया है, ताकि चुप्पी साधे वन विभाग को जगाया जा सके। हालांकि एमबीएम न्यूज अपने स्तर पर इस क्लिप की तस्दीक नहीं करता है, लेकिन सार्वजनिक स्तर पर उपलब्ध वीडियो है तो इसकी सत्यता का पता लगना चाहिए। इस वीडियो में खुद जयपाल वर्मा वन संपदा की हो रही तबाही को बयां कर रहे हैं।
लगभग एक दशक पहले नाहन-सराहां मार्ग पर चीड़ के जंगलों में बिरोजे की अवैध निकासी का मामला सुर्खियां बना था। इसके अलावा राजगढ़ घाटी में बड़े स्तर पर देवदार के जंगलों के अवैध कटान पर डीएफओ निलंबित हुए थे। सनद रहे कि सिरमौर में वन संपदा का बेजोड़ नमूना मिलता है, जहां पांवटा घाटी में साल के जंगल हैं तो नाहन के नजदीक से चीड़ शुरू हो जाते हैं। इसके बाद कुछ ऊंचाई के बाद देवदार मौजूद हैं, वहीं चूड़धार घाटी में राई के दरख्त भी नजर आते हैं।
मतलब कुदरत ने बदलते मौसम के अनुरूप क्रमवार अनोखी सौगात सिरमौर को दी है। लिहाजा हर स्तर पर इसका संरक्षण होना चाहिए।