लापरवाह विभाग बैठा आंखे मूंदे
नेरचौक (कपिल सेन) : त्योहारों के मौसम शुरू होते ही दुकानदारों ने अपनी मनमानी करना शुरू कर दी है। खाद्य पदार्थों के जिला प्रशासन द्वारा तय दाम सूची से अधिक कीमत वसूली जा रही है। यदि कोई उपभोक्ता दुकानदार से निर्धारित कीमतों बारे पूछताछ करता है, तो दुकानदार उससे अशिष्ट व्यवहार करने पर उतारू हो जाते हैं। नतीजतन उपभोक्ता को मजबूरन महंगे दामों पर खरीददारी करनी पड़ रही है।
बता दें कि त्योहार शुरू होते ही नेरचौक शहर के दुकानदारों ने मोटे मुनाफे की चाह में पनीर, मिठाईयों, चिकन, मीट, सब्जियों आदि के दाम तय कीमत से अधिक वसूलना शुरू कर दिये हैं। और विभाग सहित प्रशासन अपने आदेशों को अमली जामा पहनाने में असमर्थ नजर आ रहा है। फलस्वरूप उपभोक्ता को बेबस हो नुक्सान झेलना पड़ रहा है। वहीं शहर व इसके आस-पास लगते कस्बे रत्ती, डडौर, बगला, भंगरोटू इत्यादि जगहों में स्थित सब्जी की दुकानों, ढाबों व क्रियाना की दुकानों में दाम सूची तक नहीं लगी हैं।
दुकानदार प्रशासन के आदेशों की अवहेलना कर चांदी कूटने में लगे हैं वहीं विभाग कुम्भकर्णी निंद्रा में है। फलस्वरूप दुकानदार उपभोक्ताओं से मनमाने दाम वसूल रहे हैं। नेरचौक शहर के सोनू, जितेन्द्र, लिबली, विरेन्द्र, विक्की, आदित्य, देवेन्द्र, गिरधारी, विनोद, अमीता, वर्षा, लता, चारू, छोटू, हिमानी,अनीता आदि गृहणियों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही साफ झलकती है, कि खाद्य पदार्थों के दाम तो तय कर दिये जाते हैं मगर उन पर अमल करवाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई जाती।
यही वजह है कि दुकानदार बेलगाम होकर अपनी मनमर्जी से खाद्य पदार्थों के दाम तय कर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से तय कीमतों के आधार पर खाद्य पदार्थों की बिक्री के लिए दुकानदारों पर शिकंजा कसने की शीघ्र अति शीघ्र मांग की है, ताकि जनता की जेब को चूना न लग सके।
“दुकानदारों को प्रशासन द्वारा निर्धारित रेट लिस्ट के मुताबिक कीमत वसूलनी चाहिए। अगर प्रशासन के आदेशों की अवहेलना कोई दुकानदार करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।”
मिलाप चन्द शांडिल- जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियन्त्रक मण्डी”
“यदि ऐसा है तो स्वयं निरीक्षण कर प्रशासन द्वारा निर्धारित किये गए दामों से अधिक वसूलने वाले व रेट लिस्ट न लगाने वाले दुकानदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।” सिद्धार्थ आचार्य- उपमण्डलाधिकारी बल्ह’’’