नाहन (एमबीएम न्यूज़) : जिला सिरमौर में लगभग 23 करोड़ की लागत से अदरक विकास परियोजना की डीपीआर कृषि विभाग द्वारा तैयार की जा रही है, जिसे शीघ्र ही प्रदेश सरकार को उपायुक्त सिरमौर के माध्यम से स्वीकृति हेतु केन्द्र सरकार को भेजा जाएगा।
यह जानकारी आज उपाध्यक्ष राज्य योजना बोर्ड जीआर मुसाफिर ने विश्रामगृह सराहाँ में राजगढ़ उपमण्डल के अधिकारियों के साथ आयोजित उपमण्डल स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में अभूतपूर्व विकास हुआ है और करोडों की राशि विभिन्न विकासात्मक कार्यों पर व्यय की जा रही है। उन्होंने बताया कि अदरक विकास परियोजना की डीपीआर स्वीकृत होने के उपरान्त सिरमौर जिला में अदरक की फसल को लगने वाले रोगों से बचाने व पैदावार बढाने मंे मदद मिलेगी तथा लोगों की आर्थिकी में भी सुधार होगा।
उन्होंने कहा कि सिरमौर जिला में बागवानी को बढ़ावा देने के लिए उद्यान विभाग द्वारा प्रथम बार इटली से उन्नत किस्म के सेब, नाशपाती और चैरी के 54810 रूट-सटॉक आयात करके बागथन स्थित विभागीय पौधशाला में रोपित किए गए। जिसे किसानों को संबंधित क्षेत्र की जलवायु के आधार पर वितरित किया जाएगा ताकि किसान आधुनिक तरीके से बागवानी करके अपनी आर्थिकी सुदृढ़ कर सके। उन्होंने बताया कि सेब की किस्मों में जैसे मार्डन, सुपरचीफ, गोलगाला, स्कॉरलेट इत्यादि शामिल है। उन्होंने बताया कि विभागीय फलोद्यान कवागधार में सेब के 1111 रूटरटॉक और नाशपाती के जुब्बल-चंदेश पौधशाला में रोपित किए जाएगें जिन्हें शरद् ऋतु के दौरान किसानों को उपलब्ध करवाऐं जाएगें।
उन्होंने जानकारी दी कि जिला में 1157 पेयजल योजनाओं के माध्यम से लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजगढ़ शहर के लिए सवा छः करोड़ की उठाऊ पेयजल योजना कार्यान्वित की जा रही है जिसके निर्मित होने से राजगढ शहर और इसके आसपास के सभी गांव में पेयजल की समस्या का स्थाई समाधान हो जाएगा।
इस अवसर पर एसडीएम राजगढ़ एसडी नेगी, उपनिदेशक कृषि कुलवंत ठाकुर, उपनिदेशक उद्यान रामलाल, बीडीओ सराहंा सोनु गोयल, बीडीओ राजगढ़ कृष्ण दत सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।