नाहन, 01 जुलाई : मोबाइल ने इंसान के जीवन में कई परिवर्तन ला दिए हैं। इस वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में खेलों को काफी नुकसान हुआ है। कई ग्रामीण खेल मोबाइल के चलते धीरे-धीरे लुप्त हो रहे हैं। शारीरिक गतिविधियां शून्य होकर रह गई हैं। बरसात के मौसम में ग्रामीण अंचलों में कुश्तियों के आयोजन पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ा है। गांव में इन दिनों में ‘छींज’ के बड़े-बड़े आयोजन होते थे। पिछले 20 वर्षों से इन आयोजनों में लगातार कमी आई है।
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इसी के मद्देनजर कोलर में समाजसेवी रमेश पाल घोतरा ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर लुप्तप्राय हो रही छींज प्रथा को पुनर्जीवित करने के लिए आयोजन का निर्णय लिया है। इस दंगल की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि पुरानी पद्धति के अनुसार 6 साल से लेकर 60 साल तक के प्रतिभागी इस आयोजन में अपने दमखम का प्रदर्शन कर सकते हैं।
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ग्रामीण अंचलों में ये खेल काफी लोकप्रिय है। खासकर सीमावर्ती हरियाणा राज्य में आज भी इस प्रकार के बड़े दंगल आयोजित किए जाते हैं। इस दंगल में आयोजकों ने अपने व ग्रामीणों के सहयोग से कोलर के मुख्य बस स्टैंड के नजदीक 7 जुलाई को छींज आयोजित करने का निर्णय लिया है। इसमें प्रथम पुरस्कार के रूप में 6100 रुपए नकद व माली का खिताब विजेता को दिया जाएगा। रनरअप को 3100 रुपए का नकद ईनाम मिलेगा। छोटे बच्चों व किशोरों में इस खेल को बढ़ावा देने के लिए कुछ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
कार्यक्रम के आयोजक रमेश पाल घोतरा व हिमांशु कुंडलस ने बताया कि इस दंगल में सिरमौर जिला के अलावा हरियाणा के पहलवान हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि आयोजन का मुख्य उददेश्य युवाओं में व्यायाम व शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है। ताकि वो नशे के गर्त से दूर रहकर अपने शरीर पर मेहनत करें। उन्होंने कहा कि अधिक जानकारी के लिए कोई भी प्रतिभागी उनके मोबाइल 93181-53807 पर संपर्क कर जानकारी ले सकता है।