मंडी, 3 जुलाई : हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से 7 किमी दूर तल्याड़ में एक अद्भुत नजारा देखने को मिला है। मानसून की बारिश के बाद एक पानी के तालाब में पीले रंग के मेंढकों का झुंड कैमरे में कैद हुआ है। इस दृश्य का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसने बच्चों में खासा कौतूहल पैदा कर दिया।
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मंडी जिले के तल्याड़ में राकेश कुमार और अंजलि सैन की जमीन पर बारिश के कारण तालाब सा बन गया है। इसी तालाब में पीले रंग के मेंढकों का झुंड नजर आया है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि तालाब के आस-पास बहुत सारे मेंढक हैं, जो जोर-जोर से आवाजें निकाल रहे हैं।
विशेषज्ञ की राय
मंडी की सरदार पटेल यूनिवर्सिटी के जूलॉजी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर, डॉ. नीलम ठाकुर ने बताया कि पीले रंग का मेंढक यहां सामान्य रूप से नहीं पाया जाता। मानसून के मौसम में मेंढकों का प्रजनन और मेटिंग का समय होता है, जिसके कारण नर मेंढक पीले और मादा मेंढक हरे रंग में बदल जाते हैं। इन मेंढकों को ‘इंडियन बुलफ्रॉग’ कहा जाता है।
इंडियन बुलफ्रॉग
इंडियन बुलफ्रॉग भारी बारिश के समय पानी से बाहर आते हैं। मादा मेंढक को आकर्षित करने के लिए नर मेंढक अपना रंग बदलते हैं। ये मेंढक बिल्कुल भी खतरनाक नहीं होते और बाद में अपने सामान्य रंग में वापस आ जाते हैं। इन मेंढकों को इको-सिस्टम के लिए लाभकारी माना जाता है और ये अच्छी बारिश का संकेत देते हैं।
अन्य स्थानों के पीले मेंढक
पीले रंग के मेंढकों की प्रजाति रानीडे परिवार की होती है, जो कंबोडिया, लाओस, म्यांमार, थाईलैंड और वियतनाम में पाई जाती है। इसके अलावा, ब्राजील में ‘बहिया पीला मेंढक’ और वेनेजुएला में ‘गोल्डन फ्रॉग’ पाए जाते हैं। हिमाचल प्रदेश में इस तरह के दुर्लभ मेंढकों का दिखाई देना एक प्राकृतिक आश्चर्य है और यह स्थानीय लोगों के लिए एक नया अनुभव है।