कुल्लू, 28 जून : साम्फिया फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे आश बाल विकास केंद्र अखाड़ा बाज़ार कुल्लू में आभा चौहान सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कुल्लू ने एक जागरूकता कार्यक्रम के तहत दौरा किया।
इस दौरान उन्होंने केंद्र में आए अभिभावकों से विशेष चर्चा परिचर्चा कर दिव्यांग बच्चों के अधिकारों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि क़ानून में दिव्यांग जनों के हितों के लिए हर तरह की मुफ्त कानूनी सहायता का प्रबंध है ताकि दिव्यांगजनों से किसी भी तरह का अन्याय न हो।
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प्रारंभिक हस्तक्षेप थेरेपी की महत्वता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि यदि छोटे बच्चों में कोई भी विकासात्मक समस्या जब सामने आती है तो उस बच्चे को तुरंत थेरेपी के लिए ले जाना चाहिए। क्योंकि छोटी उम्र में बच्चे अपने विकासात्मक लक्ष्यों की प्राप्ति जल्दी कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि आश बाल विकास केंद्र दिव्यांगता के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रहा है और इस क्षेत्र में काम करने के लिए जिस स्तर के जज्बे की जरूरत होती है। केंद्र के स्टाफ में वे सभी गुण हैं और इनका कार्य सही मायने में प्रेरणादायक हैं। यदि समाज का हर वर्ग इस तरह से जनता के विकास में कार्य करे तो हम दिव्यांगता को काफी हद तक खत्म कर सकते है।
राकेश उपाध्याय,अध्यक्ष आश अभिभावक समूह ने सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के स्वागत में संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को आश अभिभावक समूह की त्रैमासिक बैठक भी है और इस अवसर पर सभी अभिभावकों को इस तरह की कानूनी सहायता मिलना प्रेरणादायी है।
केंद्र पधारने पर साम्फिया फाउंडेशन के निदेशक डॉ रेखा ठाकुर व कार्यक्रम प्रबन्धक बीजू हिमदल ने सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कुल्लू का आभार जताया।
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