नाहन, 30 जून : हिमटेक एजुकेशन सोसायटी द्वारा रविवार को जिला मुख्यालय नाहन में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरप्रेन्योर एंड स्मॉल बिजनेस डेवलपमेंट (निसबड) की वित्तीय कार्यप्रणाली को लेकर एक पत्रकार वार्ता आयोजित की गई। हिमटेक सेंटर के निदेशक प्रीतम ठाकुर ने पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए बताया कि निसबड के तहत लगभग 1350 बेरोजगार विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया गया है।
![](http://mbmnewsnetwork.com/wp-content/uploads/2024/06/NSBT.png)
प्रीतम ठाकुर ने बताया कि निसबड के तहत मिनिस्ट्री ऑफ स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप के अंतर्गत दिसंबर 2023 से हिमटेक एजुकेशन द्वारा नाहन में विभिन्न स्कूल, कॉलेज, आईटीआई और निजी शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया था। जनवरी 2024 तक कुल 30 कैंप आयोजित किए गए, जिसमें प्रत्येक कैंप में 50 विद्यार्थियों को दो दिन का प्रशिक्षण दिया गया।
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान विद्यार्थियों को दी जाने वाली जरूरी चीजों जैसे स्टेशनरी, रिफ्रेशमेंट्स आदि का भुगतान नहीं किया गया है। प्रत्येक दो दिन के बैच का खर्च लगभग साढ़े 12 हजार रुपए आता है। निसबड द्वारा प्रशिक्षण के बाद विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र दिए जाते हैं, लेकिन अभी तक प्रमाण पत्र जारी नहीं किए गए हैं और न ही ट्रेनिंग पार्टनर के बिलों का भुगतान हुआ है।
हिमटेक एजुकेशन सोसायटी ने निसबड द्वारा कौशल विकास प्रशिक्षण (SDT) के पेंडिंग बिलों का भुगतान न होने पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि हिंदुस्तान यूनिलीवर द्वारा निसबड को भुगतान किया जा चुका है, लेकिन निसबड की ओर से भुगतान में देरी हो रही है। प्रीतम ठाकुर ने बताया कि निसबड ने नाहन विधानसभा क्षेत्र के मातरभेड़ों गांव में SC/ST कैटेगरी के विद्यार्थियों को निशुल्क डेयरी फार्मिंग का प्रशिक्षण दिया गया है, लेकिन अभी तक प्रमाण पत्र जारी नहीं किए गए हैं।
इस मुद्दे पर निसबड और हिंदुस्तान यूनिलीवर के प्रोग्राम इंचार्ज पीके अरोड़ा से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने व्यस्तता जताई। वहीं, निसबड के स्टेट हेड विनोद नेगी ने बताया कि विद्यार्थियों के प्रमाण पत्र जारी कर दिए गए हैं और भुगतान को लेकर औपचारिकताएं पूरी कर जल्द ही पेंडिंग बिलों का भुगतान कर दिया जाएगा।