शिमला, 29 जून : हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से मनाली गए टैक्सी चालक की किडनैपिंग की घटना में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। टैक्सी चालक हरिकृष्ण बीते चार दिनों से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता था। टैक्सी चालक के बेटे का अंदेशा सही साबित हुआ है।
पुलिस जांच में पाया गया कि पंजाब के लुधियाना जिले के रहने वाले दो आरोपियों ने 25 जून को टैक्सी चालक की हत्या कर दी थी। बिलासपुर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, यह भी जानकारी हासिल कर ली है कि टैक्सी को पंजाब में कहां छिपाया गया है। आरोपी शव को लेकर पुलिस की जांच को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। आरोपियों से घंटों से पूछताछ की जा रही है। उम्मीद की जा रही है कि सुबह तक पुलिस शव को कहां ठिकाने लगाया गया है, इसकी जानकारी मिल जाएगी। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि मनाली से वापसी के दौरान टैक्सी चालक की हत्या की गई थी।
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बिलासपुर के एसपी विवेक चहल ने एमबीएम न्यूज़ से बातचीत में पुष्टि की कि टैक्सी चालक की हत्या 25 जून को कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि पुलिस को आरोपियों से पूछताछ में महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त हुई हैं और जल्द ही शव सहित टैक्सी को भी बरामद कर लिया जाएगा। बता दे कि मृतक टैक्सी चालक हरि कृष्ण के बेटे देशराज ने पर्यटकों पर अपहरण और हत्या का संदेह जताया था साथ ही शिमला के सदर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करवाई। बाद में बिलासपुर जिला के बरमाणा पुलिस स्टेशन स्थानांतरित कर दिया गया। आरोपियों की पहचान लुधियाना जिले के निवासी जसकरीन पुत्र गुरदीप सिंह और गुरमीत सिंह पुत्र फतेह सिंह के रूप में की गई है।
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घटना का विवरण
हरिकृष्ण शिमला में टैक्सी चलाते थे और वह मूल रूप से सोलन जिले के राम शहर के निवासी थे। उनका शिमला स्थित विक्ट्री टनल के समीप टूर एंड ट्रेवल का कारोबार है। 24 जून को हरिकृष्ण अपनी टैक्सी (HP01A-5150) में दो पर्यटकों को तारा हॉल शिमला से मनाली लेकर गए थे। 25 जून की शाम करीब 8 बजे उन्होंने अपने बेटे देशराज से फोन पर बात की थी और बताया था कि वे बरमाणा पहुंच गए हैं और सवारियों को बिलासपुर छोड़कर वापस आ रहे हैं। इसके बाद उनका फोन बंद हो गया और उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
सीसीटीवी फुटेज से खुलासा
भराड़ी घाट कयारडा पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज में हरिकृष्ण की टैक्सी देखी गई, टैक्सी को एक सवारी द्वारा चलाया जा रहा था और दूसरी सवारी भी साथ थी। लेकिन हरिकृष्ण टैक्सी में नहीं दिखे। पिछली सीट पर एक व्यक्ति सोया हुआ नजर आया। 26 जून को दोपहर 2:26 बजे हरिकृष्ण का मोबाइल चालू हुआ और लोकेशन बिलासपुर के नमोहल में पाई गई थी।
यह घटना एक बार फिर से यह साबित करती है कि अपराधी चाहे कितना भी चालाक क्यों न हो, कानून के शिकंजे से नहीं बच सकता। पुलिस की तत्परता और सतर्कता के कारण इस मामले का खुलासा हो पाया है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि न्याय सुनिश्चित करने के लिए तमाम आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।