शिमला, 17 अप्रैल : हिमाचल (himachal pradesh) में चल रहे सियासी भूचाल के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति जारी है। बीते रोज़ कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष ने भाजपा पर साजिश के तहत सरकार गिराने के आरोप जड़े थे, जिस पर पलटवार करते हुए नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
जयराम ठाकुर ने कहा कि भाजपा ने सरकार गिराने की कोशिश नहीं की बल्कि मुख्यमंत्री की करनी से सरकार खतरे में पड़ी है। राज्यसभा में कांग्रेस के उम्मीदवार को मिली हार के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह को नैतिक जिम्मेदारी लेकर त्याग पत्र दे देना चाहिए था। खेमों में बंटी कांग्रेस के नेता भी यही चाहते थे कि हिमाचल में नेतृत्व परिवर्तन किया जाए।
आलाकमान ने मुख्यमंत्री पर लोकसभा चुनावों के बाद निर्णय होगा ये कहकर कांग्रेस के नाराज नेताओं को शांत किया गया। ई वोटर सर्वे का जिक्र करते हुए नेता विपक्ष ने कहा कि भाजपा का 400 पार का नारा सच होता दिखाई दे रहा है। महिलाओं को 1500 पंद्रह माह बाद भी वायदे के मुताबिक न देना और लोकसभा चुनावों से पहले बिना बजट में प्रावधान के 1500 की घोषणा करना महिलाओं के प्रति छल है। इसका दोष भाजपा को देना गलत है। उपमुख्यमंत्री बार-बार सरकार अस्थिर करने की बात कर रहे हैं, उनको ये कहने की इसलिए जरूरत पड़ रही है कि सरकार सच में ही स्थिर नहीं है।
अब कर्मचारियों के मन में डर बिठाया जा रहा है कि भाजपा आएगी तो ओपीएस बन्द कर देगी, लेकिन ऐसा नहीं होगा। भाजपा बदले की राजनीति नहीं करती है। हिमाचल में बिगड़े हालातों के लिए कांग्रेस सरकार खुद जिम्मेदार है। जयराम को दोष देना सही नहीं है।