शिमला, 26 मार्च : होली के जुनून में मदमस्त कुछ हुड़दंगबाजों ने जुन्गा में एचआरटीसी (HRTC) के ड्राइवर और कंडक्टर की बेरहमी से पिटाई करके उन्हें घायल कर दिया। गहरी चोट आने पर ड्राइवर और कंडक्टर दोनों आईजीएमसी (IGMC) में उपचाराधीन है। बस चालक हितेन्द्र कुमार ने बताया कि बीते कल एचआरटीसी की बस (HP03B -6189) शिमला से साधुपुल जा रही थी।
इस दौरान पुराना जुन्गा से वापिस लौटते हुए पंचायत घर जुन्गा के समीप कुछ युवक सड़क पर होली खेल रहे थे। बस के लिए साईड मांगने पर होली के जनून में मस्त युवाओं ने ड्राईवर हितेन्द्र कुमार को पकड़कर बस से खींचने की कोशिश की गई। जिस पर बस कंडक्टर राहुल चौहान ने ड्राईवर का बचाव करने पर युवाओं ने उसे बालों से खींच कर नीचे लाया गया और उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी और उसे अधमरा कर डाला। दूसरी ओर कुछ युवाओं ने ड्राईवर को मारा ओर उसके सिर पर बिजली की टयूबें फाड़ दी।
एचआरटीसी परिचालक यूनियन के प्रधान मान सिंह ठाकुर ने ड्राईवर और कंडक्टर के साथ हुए इस हादसे की कड़ी भर्त्सना की है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि इस मामले से जुड़े सभी आठ आरोपियों को यदि शीघ्र गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह पूरे प्रदेश में चक्का जाम कर देगें।
उन्होंने जुन्गा पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए बताया कि जुन्गा बाजार में यह घटना करीब सांय चार बजे पेश आई। जबकि घटनास्थल से पुलिस चौकी की दूरी एक सौ मीटर थी और पुलिस करीब दो घंटे बाद मौके पर पहुंची। इसके बावजूद भी किसी भी हुड़दंगबाजों को हिरासत में नहीं लिया गया। मान सिंह ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री के निजी सचिव के फोन करने के उपरांत जुन्गा पुलिस हरकत में आई, जोकि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
क्षेत्रीय प्रबंधक एचआरटीसी शिमला पंकज ठाकुर ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही वह मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने इस घटना की चिंता प्रकट करते हुए कहा कि निगम के फील्ड स्टाफ प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद अपनी सेवाएं देते हैं और इस प्रकार की घटनाओं ने उनका मनोबल गिरता है, जोकि चिंता का विषय है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिमला रतन नेगी से जब इस बारे में बात की गई है। उन्होंने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है तथा इस मामले से जुड़े सभी आरोपियों को शीघ्र ही हिरासत में ले लिया जाएगा।
एसएचओ ढली विरोचन नेगी ने बताया कि एचआरटीसी स्टाफ के साथ हुई मारपीट मामले में अभी तक चार व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है। जिनकी पीड़ित एचआरटीसी कर्मचारियों द्वारा शिनाख्त होने उपरांत उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।