मंडी, 25 मार्च: भारतीय जनता पार्टी द्वारा बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को मंडी संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया है। इसके बाद अदाकारा की राजनीतिक पारी शुरू होने जा रही है। अभिनेत्री कंगना के पिता और दादा राजनीति में सक्रिय नहीं थे, लेकिन उनके परदादा हिमाचल विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं। तीन पीढियों बाद में परिवार में कोई राजनीतिक में कूदा है। कंगना के परदादा स्व. सरजू सिंह रणौत कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचे थे। खास बात ये है कि भाजपा ने पहली बार मंडी संसदीय सीट से ही नहीं बल्कि प्रदेश की राजनीति में भी किसी महिला प्रत्याशी को लोकसभा के चुनावी रण में उतारा है।
बॉलीवुड क्वीन कंगना रणौत देश के दूसरी सबसे बड़े संसदीय क्षेत्र से मैदान में उतरी है। 2021 उपचुनाव में भी कंगना रणौत के चुनाव लड़ने की चर्चाओं का बाजार गर्म था। लेकिन उस समय भाजपा ने कारगिल हीरो कुशाल ठाकुर को प्रत्याशी बनाया था। वहीं, 2024 के लोकसभा चुनावों में प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेता भी बॉलीवुड अभिनेत्री के चुनाव लड़ने की तरफ इशारा करते नजर आ रहे थे। भाजपा ने लोकसभा प्रत्याशियों की पांचवी सूची में इन चर्चाओं को विराम देते हुए कंगना रनौत को प्रत्याशी घोषित कर दिया।
बीते नवंबर माह में कंगना रनौत ने गुजरात के द्वारका में मीडिया (Media) से बातचीत में स्पष्ट कर दिया था कि अगर भगवान की कृपा रही तो वह जरूर चुनाव लडेंगी। इसके बाद कंगना के चुनाव लड़ने की खबरों का बाजार गर्म हो गया था। 12 दिसंबर को कंगना रनौत ने बिलासपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कार्यक्रम में भी उपस्थिति दर्ज करवाई थी। इससे दो दिन पहले ही कंगना ने कुल्लू में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात की थी। नड्डा से मुलाकात के बाद कंगना के चुनाव लड़ने की चर्चाओं ने और तेजी पकड़ ली थी।
पिता ने भी दिए थे संकेत
बीते दिसंबर माह में कंगना के पिता अमरदीप रनौत ने मीडिया को बयान देकर यह स्पष्ट कर दिया था कि उनकी बेटी चुनाव लड़ने जा रही है। बता दें कि कंगना के हिमाचल के अलावा गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, चंडीगढ़ से भी चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही थी।
जन्मदिन पर मां बगलामुखी दरबार पहुंची थी कंगना
23 मार्च को 37वें जन्मदिन के अवसर पर बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना राणावत कांगड़ा जिला के मां बगलामुखी के दरबार पहुंची थी। यहां पर मीडिया द्वारा मंडी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने को लेकर कंगना से पूछे गए सवाल के जवाब में कंगना ने कहा था कि जो माता की कृपा होगी, वही उनके भाग्य में होगा। मां बगलामुखी उन दस महाविद्याओं में से एक हैं, जिन्हें तंत्र से जुड़ी सबसे बड़ी देवी माना गया है। मान्यता है कि उनके दरबार में जाने वाले व्यक्ति की मनोकामना पूरी होती है। माता बगलामुखी को जीत का वरदान दिलाने वाली देवी के रूप में भी पूजा जाता है। यही कारण है कि देश में जहां कहीं भी उनका पावन पीठ है, वहां पर नेता जीत का आशीर्वाद पाने के लिए जरूर पहुंचते हैं।
मंडी के भांबला की रहने वाली है कंगना
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत मूलतः मंडी जिला के सरकाघाट उपमंडल के भांबला की रहने वाली हैं, उन्होंने एक घर मनाली में भी बनाया है। 23 मार्च 1987 को जन्मी कंगना ने प्रारंभिक शिक्षा के बाद दिल्ली में पढ़ाई की है। 2006 में कंगना ने पहली फिल्म गैंगस्टर से बॉलीवुड में शुरुआत की थी। पिता अमरदीप रनौत का अपना व्यवसाय है, वहीं मां आशा रणौत अध्यापिका हैं। कंगना की बड़ी बहन का रंगोली चंदेल है।
सनातन धर्म के प्रचार से सुर्खियां
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत यूं तो अपने बेबाक अंदाज के लिए जानी जाती रही हैं। इसके अलावा सनातन धर्म की पोस्ट को लेकर भी कंगना राणौत काफी सुर्खियां में रहती हैं। सोशल मीडिया पर खुले तौर पर अपनी पोस्टों के जरिए कंगना सनातन धर्म का प्रचार करती रहती हैं। कंगना स्वयं भी धार्मिक प्रवृत्ति की है ,रोजाना ही किसी न किसी मंदिर व धार्मिक स्थल से अपनी पोस्ट शेयर करती रहती है। 22 जनवरी रामलाल प्राण प्रतिष्ठा के दिन कंगना ने अयोध्या में जय श्री राम के खूब नारे लगाए थे।