शिमला, 17 मार्च : बिलासपुर जिला की गोविंद सागर झील (Govind Sagar Lake) में जल्द ही शिकारा, क्रूज़, बनाना राइड, सोफ़ा राइड जैसी वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। पर्यटक दूर-दूर से आकर जिला बिलासपुर में विभिन्न जल क्रीड़ाओं का आनंद ले सकेंगे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि लगभग तीन माह पूर्व गोविंद सागर झील में एडवेंचर एक्टिविटीज़ (Adventure Activities) के लिए जिला प्रशासन बिलासपुर ने निविदाएं आमंत्रित की थी। इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद अब टेंडर अवार्ड (Tender Award) कर दिए गए हैं। प्रक्रिया पूरी करने के बाद जिला प्रशासन बिलासपुर ने गोविंद सागर झील में वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज़ (Water Sports Activities) के लिए टेंडर अवार्ड कर दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टेंडर के माध्यम से चुनी गई कंपनी अगले तीन माह में गोविंद सागर झील में अपनी गतिविधियां शुरू कर देगी और इस अवधि के दौरान कंपनी अपनी तैयारियां पूरी करेगी। उन्होंने कहा कि बिलासपुर जिला में वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज़ शुरू होने के बाद जिला में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार व स्वरोज़गार के अवसर प्राप्त होंगे, जिससे क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि आएगी।
दूर-दूर से पर्यटक आकर गोविंद सागर झील में विभिन्न वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटिज़ का लुत्फ उठा सकेंगे। बिलासपुर जिला के साथ-साथ प्रदेश में पर्यटकों (Tourists) की संख्या को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। पर्यटन के साथ-साथ प्रदेश के हज़ारों परिवार जुड़े हैं और यह क्षेत्र हिमाचल प्रदेश की आर्थिकी का मुख्य आधार है।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई प्रयास किए गए हैं। राज्य सरकार ने पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए अपने बजट में बढ़ोतरी की है। हिमाचल प्रदेश में ग्रीन इंडस्ट्री (Green Industry) को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके साथ ही कांगड़ा जिला को टूरिज़्म कैपिटल (Tourism Capital) के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिला में पर्यटन का आधारभूत ढांचा विकसित करने के लिए तीन हजार करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि खर्च की जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के इन प्रयासों के नतीजे आने वाले समय में दिखाए देंगे और पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी।