नाहन, 17 मार्च : सांस्कृतिक संस्था ‘स्पेक्ट्रम’ द्वारा रविवार को नाहन के डाइट हाॅल में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के संगीत प्राध्यापक डाॅ. मृत्युंजय शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की, जबकि पूर्व प्राचार्य, समाजसेवी व जाने-माने शिक्षाविद प्रो. अमर सिंह चौहान विशिष्ट अतिथि रहे। स्पेक्ट्रम की अध्यक्षा डाॅ. शबाना सैय्यद ने अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार व कवि दीपचंद कौशल ने की। श्रोताओं को संबोधित करते हुए डाॅ. मृत्युंजय शर्मा ने कहा कि साहित्य, कला व संगीत भारतीय संस्कृति के मुख्य स्तंभ हैं, जिनके संरक्षण की जिम्मेदारी प्रत्येक नागरिक की है। विशिष्ट अतिथि प्रो. अमर सिंह चौहान ने कहा कि साहित्य व संगीत से जुड़ी हर गतिविधि समाज में संवेदना व शिक्षा का प्रसार करती ह। साथ ही दिल से दिल को जोड़ने का सशक्त माध्यम है।
कार्यक्रम में स्पेक्ट्रम की अध्यक्षा डाॅ. शबाना सैय्यद ने साहित्य व कला से जुड़ी कविताओं के माध्यम से अपने विचार रखे। कवि सम्मेलन में साहित्यकारों डाॅ. श्रीेकांत, उषा सूर्यवंशी, अर्चना शर्मा, शबाना सैय्यद, पंकज तन्हा, नासिर युसुफजेई, अनुदीप भारद्वाज, दीपराज विश्वास, सूरत पुंडीर, चिर आनंद, मुकेश कुमार, सुनीता भारद्वाज, दलीप वशिष्ट, आरडी वशिष्ट, दीपचंद कौशल, नेहा आदि ने कविताओं व गीतों के माध्यम से संस्कृति व समाज से जुड़े कई गहरे संदेश दिए। मंच का संचालन भुवन जोशी ने बखूबी किया।