शिमला 17 मार्च : डाॅ राकेश प्रताप ने शिमला के नए मुख्य चिकित्सा अधिकारी के रूप में बीते कल अपना कार्यभार संभाल लिया है, जबकि इस पद पर तैनात डाॅ0 सुरेखा चोपड़ा को मानसिक अस्पताल बालूगंज शिमला में बतौर चिकित्सा अधीक्षक लगाया गया है।
बता दें कि डाॅ राकेश प्रताप इससे पहले मशोबरा में खंड चिकित्सा अधिकारी के पद पर तैनात थे । हाल ही में हुई पदोन्नति के फलस्वरूप डाॅ राकेश प्रताप को उनके अनुभव और विभाग में विभिन्न पदों पर रहते हुए किए गए उल्लेखनीय कार्य को देखते हुए इन्हें जिला शिमला का सीएमओ लगाया गया है । डाॅ0 राकेश प्रताप मूलतः सोलन के रहने वाले है । वर्ष 1993 में इन्होने स्वास्थ्य विभाग में बतौर चिकित्सक ज्वाइन किया था और विभाग के विभिन्न अस्पतालों में उत्कृष्ट सेवाएं देने के उपरांत डाॅ0 राकेश प्रताप ने करसोग और मशोबरा में बतौर बीएमओ सराहनीय सेवाएं दी है जिसकी चहुंओर प्रशंसा की जा रही है ।
कार्यभार संभालने के उपरांत डाॅ0 राकेश प्रताप ने बताया कि जिला शिमला के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में लोगों को घर द्वार पर बेहतरीन और गुणात्मक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करवाना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी । उन्होने बताया कि स्वास्थ्य संस्थानों में स्टाफ की कमी है परंतु उपलब्ध स्टाफ और सुविधाओं का प्रबंधन करके लोगों को बेहतरीन चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा । इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित किए जा रहे विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रमों को भी सही परिप्रेक्ष्य में कार्यान्वित किया जाएगा । डाॅ0 राकेश प्रताप ने बताया कि जिला के स्वास्थ्य संस्थानों में रिक्त पड़े डाॅक्टर और अन्य पेरामेडिकल स्टाफ के पदों को भरने के लिए उच्चाधिकारियों के साथ मामला उठाया जाएगा ।