शिमला, 15 मार्च : हिमाचल प्रदेश में साइबर अपराध के मामले बढ़ रहे हैं। साइबर शातिर नए-नए तरीके इजाद कर लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं। हाल में दो लोग ऐसी साइबर ठगी (Cyber Fraud) के शिकार हुए हैं, जहां शातिरों ने उन्हें घर बैठे कमाई का झांसा दिया था। दोनों से करीब 32.80 लाख की ठगी हुई है। साइबर पुलिस (Cyber Police) ने दोनों शिकायतकर्ताओं के नाम गुप्त रखे हैं। साइबर अपराधियों ने दोनों मामलों में पीड़ितों को गूगल पर रेटिंग देने का टास्क पूरा करने का झांसा दिया था।
दरअसल, जालसाजों ने पीड़ितों को पार्ट टाइम काम करने और घर बैठे बैठे लाखों कमाने का झांसा दिया था। इसके तहत गूगल को रेटिंग देना और इसे टास्क के तहत पूरा करना, जितनी अच्छी रेटिंग- उतना ज्यादा पैसा का प्रलोभन दिया गया था। साइबर पुलिस के पास इस तरह के मामले पहली बार आये हैं।
दो शिकायतों में एक शिकायत साइबर पुलिस को जिला शिमला से प्राप्त हुई है। जिसमें शिकायतकर्ता ने गूगल पर रेटिंग का टास्क पूरा करने के लालच में आकर साइबर ठगों के खातों में 16.30 लाख रुपए जमा किए। वहीं, दूसरी शिकायत जिला सोलन से प्राप्त हुई है, जिसमें शिकायतकर्ता ने लालच में आकर साइबर ठगों के खातों में लगभग 16.50 लाख रुपए जमा करवा दिए। इन दोनों शिकायतों में आईपीसी की धारा 420 व आईटी एक्ट 66-डी में दर्ज किया है।
खास बात यह है कि साइबर क्राइम पुलिस थाना शिमला द्वारा तुरंत कार्यवाही करते हुए साइबर ठगों के खातों में 7,73,594 रुपए होल्ड करवाए हैं और साइबर अपराधियों की धरपकड़ के लिए अभियोग में अन्वेषण जारी है।
एसपी साइबर क्राइम भूपेंद्र नेगी ने बताया कि कुछ लोग बिना मेहनत किए जल्दी अमीर बनना चाहते हैं और जल्दी पैसा कमाना या पैसा डबल करना चाह रहे हैं। जिसका सीधा फायदा साइबर अपराधी उठा रहे है। साइबर अपराधियों द्वारा व्हाट्सएप व टेलीग्राम के माध्यम से पैसे कमाने के मैसेज भेजे जा रहे हैं और लोग उनके झांसे में आ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि साइबर ठग लोगों को गूगल पर रेटिंग देने जैसे आसान कार्य करने को कहते हैं और झांसे में लेकर पैसे जमा करवाते है। लोग अपना पैसा डूब जाने के डर से इनके झांसे में आकर और अधिक पैसा जमा कर देते हैं। उन्होंने कहा कि साइबर फ्राड के मामले में कोई भी टोल फ्री नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करवा सकता है।