शिमला, 14 मार्च : आपने अकसर बड़े शहरों के शॉपिंग मॉल या मेट्रो स्टेशन में लंबे-लंबे एस्केलेटर्स देखे होंगे। लेकिन यदि आपसे कहा जाए की पहाड़ी प्रदेश में समुद्रतल से 2455 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक प्राचीन मंदिर में भी यह सुविधा उपलब्ध है तो शायद ही आप विश्वास करेंगे। लेकिन अब आपको ऐसा हिमाचल प्रदेश में देखने को मिलेगा।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वीरवार को जाखू स्थित हनुमान मंदिर में प्रदेश के पहले आउटडोर एस्कलेटर्स का शुभारम्भ किया। समुद्रतल से 2455 मीटर की ऊंचाई पर स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में लोगों की आवाजाही को आरामदायक बनाने के उद्देश्य से नवनिर्मित चार एस्कलेटर्स का निर्माण 7 करोड़ 94 लाख रुपये से शिंडलर इंडिया द्वारा किया गया है। इन एस्कलेटर्स पर अधिकतम 6 हजार श्रद्धालु प्रतिघंटा सफर कर पाएंगे।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि रोपवे और रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम डेवलपमेंट कॉरपोरेशन द्वारा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत इसे करीब 8 करोड़ की लागत से बनाया गया है। 8054 फीट की ऊंचाई पर, टू-स्पेन, 48 मीटर लम्बाई वाला यह एशिया का पहला एस्केलेटर है। जाखू मंदिर की पार्किंग से मंदिर परिसर में स्थापित मूर्ति तक अब मात्र 1.5 मिनट का समय लगेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन एस्केलेटर्स से श्रद्धालुओं को हनुमान मंदिर के सुगम दर्शन की सुविधा उपलब्ध हुई है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत एस्केलेटर्स के दोनों ओर सेफ्टी ब्रेक और एलईडी लाइट्स लगाई गई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राचीन जाखू मंदिर श्रद्धालुओं के साथ-साथ शिमला आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र है। प्रदेश सरकार द्वारा इस धार्मिक स्थल पर सभी प्रकार की आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के प्रयास निरंतर जारी हैं।
इस अवसर पर उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भवानी सिंह पठानिया, विधायक हरीश जनारथा, नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान, विधायक संजय रतन, नीरज नैय्यर, विनोद सुल्तानपुरी, अजय सोलंकी, नगर निगम शिमला की उप-महापौर उमा कौशल, पार्षद, प्रधान सचिव आर.डी.नजीम, उपायुक्त अनुपम कश्यप, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी, आयुक्त नगर निगम भूपेंद्र अत्री सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।